कोण्डागांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव, 9 नवम्बर। कोण्डागांव जिले के विकासखंड माकड़ी अंतर्गत स्थित प्राथमिक शाला बेलगाँव में शिक्षकों की भारी कमी के कारण शिक्षा व्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हो रही है। बीते तीन वर्षों से विद्यालय में केवल एक ही शिक्षक कार्यरत हैं, जबकि विद्यालय में 30 से अधिक विद्यार्थी अध्ययनरत हैं। ऐसे में एक ही शिक्षक पर सभी कक्षाओं की पढ़ाई, प्रशासनिक कार्य, और सरकारी योजनाओं से जुड़ी जिम्मेदारियों का बोझ है, जिससे बच्चों की शिक्षा पर असर पड़ रहा है।
शनिवार सुबह बेलगाँव पंचायत के प्रतिनिधियों, पालकों एवं ग्रामीणों ने सामूहिक रूप से बताया कि विद्यालय में लंबे समय से शिक्षकों की कमी बनी हुई है। कई बार इस संबंध में खंड शिक्षा अधिकारी, जिला शिक्षा अधिकारी तथा कलेक्टर कोण्डागांव को ज्ञापन सौंपा गया, किंतु अब तक अतिरिक्त शिक्षक की नियुक्ति नहीं की गई है।
ग्रामीणों का कहना है कि एक ही शिक्षक से पहली से पांचवीं तक की सभी कक्षाओं की पढ़ाई कराना असंभव है। इसके अलावा शिक्षक को आधार सत्यापन, जाति-निवास प्रमाण पत्र सत्यापन, जनगणना, एवं अपार आईडी अपडेट जैसे कई प्रशासनिक कार्य भी करने पड़ते हैं। ऐसे में बच्चों की नियमित पढ़ाई प्रभावित होना स्वाभाविक है।
विद्यालय प्रबंधन समिति (एसएमसी) के सदस्यों ने बताया कि आगामी समय में अर्धवार्षिक परीक्षाएं शुरू होने जा रही हैं, लेकिन शिक्षकों की कमी से बच्चों की तैयारी अधूरी रह जाएगी। पालकों में इस बात को लेकर गहरी चिंता व्याप्त है कि यदि स्थिति जल्द नहीं सुधरी, तो बच्चों का शैक्षणिक भविष्य अधर में लटक सकता है।
ग्राम पंचायत बेलगाँव ने जिला प्रशासन से पुन: तत्काल अतिरिक्त शिक्षक की पदस्थापना की मांग की है, ताकि बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल सके और ग्रामीण क्षेत्र की शिक्षा व्यवस्था पटरी पर आ सके।
स्थानीय नागरिकों का कहना है कि ग्रामीण इलाकों में शिक्षा ही विकास की सबसे बड़ी कुंजी है, और यदि शिक्षक की कमी जैसी मूलभूत समस्याओं पर समय रहते ध्यान नहीं दिया गया तो आने वाली पीढ़ी को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा।


