कोण्डागांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
केशकाल, 28 जून। केशकाल विधानसभा के कई ऐसे संवेदनशील क्षेत्र जहाँ पर बरसात में मुख्य मार्ग से संपर्क टूट जाता है। ऐसे गांवों को चिन्हित कर स्वास्थ्य विभाग उन जगहों पर शिविर लगा रही है। अब तक ग्राम घोड़ाझर, मतेंगा में शिविर लगाकर लोगों का स्वास्थ्य जांच की जा चुकी है। इसी तरह केशकाल बीएमओ डॉ. अमृतलाल रोहलेडर अपने टीम के साथ केशकाल विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत हिचका के आश्रित गाँव कोठोड़ी पहुंचे, लेकिन रास्ता नहीं होने के कारण आधे रास्ते में ही गाड़ी को छोड़ पैदल ही नाला को पार कर डेढ़ से 2 किमी चलने के बाद ग्राम कोठोड़ी पहुँचे।
इस दौरान कोठोड़ी के प्राथमिक स्कूल में शिविर लगाया गया। इस गांव में 3 सौ से अधिक लोग निवासरत हैं। गांव में उपस्थित 75 लोगों का स्वास्थ परीक्षण किया गया, जिसमें 3 लोग मलेरिया से ग्रसित मरीज मिले।
स्वास्थ्य के सुपरवाइजर विष्णु लाल शोरी ने बताया कि 2011 से लगातार सेवा दे रहे हैं और इस गांव में सबसे ज्यादा 2021 में 100 से अधिक लोगों को मलेरिया हुआ था। इसके बाद 2022 में 70 लोग मलेरिया पॉजिटिव मरीज मिले थे और अब 3 लोग ही मलेरिया पॉजिटिव मिले हैं।
लगातार स्वास्थ्य सुविधा देने के बाद मलेरिया में कमी आई है, वहीं बारिश से पूर्व हर बार इसी तरह शिविर लगाया जाता है, किंतु बारिश के समय नाला भर जाने के कारण आवाजाही पूर्ण रूप से बंद हो जाता है।

केशकाल बीएमओ अमृत लाल रोहलेडर ने कहा कि केशकाल ब्लॉक के सभी संवेदनशील क्षेत्रों में स्वास्थ्य शिविर लगाया जा रहा है और बारिश से पूर्व मौसम के बदलाव के साथ होने वाली बीमारी आदि से बचने के लिए ग्रामीणों को आवश्यक परामर्श भी दिया जा रहा है। ग्राम कोठोड़ी पहुंचने के लिए नाला पार कर पैदल ही गांव में पहुंचे हैं और सभी की स्वास्थ्य जांच की गई।
महिला स्वास्थ्य कर्मचारी तारा बघेल ने बताया कि 8 साल से लगातार ग्राम कोठोडी में सेवा दे रही हूं, बारिश के एक और गाड़ी खड़े कर पैदल ही नाला को पार करते हुए गांव पहुंचते हैं और स्वास्थ्य सुविधा का लाभ ग्रामीणों को देते है, क्योंकि बारिश के बाद इस गांव में आना संभव नहीं है।


