कोण्डागांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
केशकाल, 26 जून। केशकाल के पूर्व विधायक कृष्ण कुमार ध्रुव ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करके प्रदेश में महिलाओं को स्वावलंबी बनाने एवं रोजगार का अवसर सुलभ कराने के नाम से करोड़ों रुपयों के हो रहे योजनाबद्ध भ्रष्टाचार की सूक्ष्म जांच की कार्रवाई की मांग की है।
पूर्व विधायक ध्रुव का कहना है कि केन्द्र एवं प्रदेश की सरकार महिलाओं का समूह बनाकर महिलाओं को रोजगार मूलक कार्य में प्रशिक्षित करा कर उन्हें रोजगार से जोडक़र आय अर्जित कर स्वावलम्बी बनाने हेतु विभिन्न मद से धन राशि व अनुदान दे रही है। परन्तु केन्द्र एवं राज्य सरकार के उद्देश्य का गला घोंटते हुए बिचौलिये भ्रष्ट अधिकारियों की सहायता से प्रशिक्षण के नाम से और काम धंधा व्यवसाय उद्योग लगाने के नाम पर स्वीकृत होने वाले धनराशि को हड़प कर माला माल हो रहे है। महिलाएं मात्र श्रमिक की भांति कार्य करने के लिए विवश हो रही हैं या फिर काम धंधा व्यवसाय चौपट होने के बाद ऋण ग्रस्त होकर अपने भाग्य को कोसते हुए बेरोजगार होकर घर में बैठने के लिए विवश हो गई हैं।
उन्होंने बताया कि जिला कोण्डागांव में लगभग आठ हजार से अधिक महिलाओं के समूह को बैंक से ऋण दिलाकर उन्हें रोजगार का अवसर प्रदान कर स्वावलम्बी बनाने की बात बताकर वाहवाही बटोरी जा रही है, किंतु वास्तिवकता इसके परे है। वास्तविकता की पड़ताल करने से पता चलता है कि महिला समूहों को प्रशिक्षण देने दिलाने और उसके बाद उन्हें काम करने के लिए मशीनरी व सामाग्री दिलाने के नाम पर बिचौलिये सुनियोजित ढंग से भ्रष्ट अधिकारियों की सहायता से मालामाल हो गये। इसी प्रकार से अधिकांश समूह ऐसी स्थिति में पहुंच गई है।
प्रदेश के मुख्यमंत्री के भेंट मुलाकात कार्यक्रम में केशकाल के धनोरा में नवनिर्मित गोठान का लोकार्पण कर गोठान में मशरूम पालन, बटेर पालन, मत्स्य पालन सूकर पालन बकरी पालन एवं डेयरी का कार्य आरंभ किया गया था।
मुख्यमंत्री को मशरूम पालन होना दिखाने के नाम पर संबधित अधिकारियों ने स्थान व मौसम को ध्यान दिये बिना मशरूम के बीज टंगवा दिया जो पूर्णत: नष्ट हो गया एवं समूह की धनराशि जाया हो गया।
इसी प्रकार मत्स्य पालन प्रदर्शित करने के नाम पर उपकरण एवं अन्य सामाग्री क्रय के नाम पर समूह को ऋणग्रस्त कर दिया गया। मुख्यमंत्री के द्वारा उद्घाटन के पश्चात किसी अधिकारी ने इस ओर ध्याान नहीं दिया कि समूह की स्थिति क्या है । फरसगांव विकासखण्ड में भी चुड़ी, साबून एवं ईंट निर्माण करके महिलाओं के द्वारा रोजगार से जुडकर खुशहाल हो जाने का बहुत प्रचार किया गया था जिनका भी हाल बदहाल है।
पूर्व विधायक कृष्ण कुमार ध्रुव का कहना है कि प्रदेश में सबसे बड़ा घोटाला महिलाओं को रोजगार दिलाकर स्वावलम्बी बनाने के नाम पर हो चुका है और हो रहा है जिसका भौतिक सत्यापन के साथ सूक्ष्म जांच करने की आवश्यकता है। जनहित में शासन से अनुरोध है कि इसकी उच्च स्तरीय जांच करवाने का कष्ट करे।


