कोण्डागांव

यूनिसेफ के प्रमुख किमूरा ने किया शिशु संरक्षण माह का शुभारंभ
13-Sep-2022 9:15 PM
यूनिसेफ के प्रमुख किमूरा ने किया शिशु संरक्षण माह का शुभारंभ

कोण्डागांव, 13 सितंबर। यूनिसेफ के भारत प्रमुख यासूमासा किमूरा और छत्तीसगढ़ प्रमुख जॉब जकारिया ने कोण्डागांव जिले के भ्रमण के दौरान कोण्डागांव ब्लाक अंतर्गत हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर संबलपुर में शिशु संरक्षण माह का शुभारंभ किया। वहीं गर्भवती माताओं के शारीरिक व मानसिक स्वास्थ्य के लिए योगाभ्यास सत्र का अवलोकन कर, इसे जच्चा-बच्चा के लिए उपयोगी रेखांकित किया।

 

उन्होंने हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में गर्भवती माताओं के स्वास्थ्य जांच, टीकाकरण और स्वास्थ्य परामर्श का भी अवलोकन कर जानकारी ली। यूनिसेफ के भारत प्रमुख किमूरा ने बड़ेबेंदरी में युवोदय वालेंटियर्स के द्वारा मानसिक स्वास्थ्य, टीकाकरण, एनीमिया मुक्ति, पोषण के लिए आयोजित सामुदायिक जनजागरूकता कार्यक्रम का तन्मयता के साथ अवलोकन किया।

एनीमिया मुक्त कोण्डागांव अभियान ऐप का अवलोकन कर रिकॉल पद्धति से जानकारी प्राप्त करने, जांच रिर्पोट, प्रगति आदि प्राप्त करने के तकनीक को उपयोगी निरूपित करते हुए एनीमिया मुक्ति की दिशा में जिला प्रशासन के सकारात्मक पहल को सराहा। यूनिसेफ के भारत प्रमुख  किमूरा ने यूनिसेफ के सहयोग से युवोदय वालेंटियर्स की शिक्षा, स्वास्थ्य, पोषण, साक्षरता सेक्टर में दी जा रही योगदान की प्रशंसा करते हुए, इसे व्यवहार परिवर्तन की दिशा में सार्थक प्रयास कहा। कलेक्टर दीपक सोनी ने धनकुल एथनिक रिसोर्ट में यूनिसेफ के भारत प्रमुख यासूमासा किमूरा से भेंट कर चर्चा की। वहीं कलेक्टर दीपक सोनी ने बेलमेटल शिल्पकार इरपुल बेसरा द्वारा निर्मित यूनिसेफ का ‘‘लोगो‘‘ यूनिसेफ के भारत प्रमुख किमूरा को भेंट की। इस दौरान यूनिसेफ के छत्तीसगढ़ प्रमुख जॉब जकारिया, विशेषज्ञ  अभिषेक सिंह व चेतना देसाई, डॉ. श्रीधर और यूनिसेफ के प्रतिनिधि मौजूद थे।

यूनिसेफ के भारत प्रमुख यासूमासा किमूरा ने आज जिला प्रशासन के साथ बैठक में शिक्षा, स्वास्थ्य-पोषण सेक्टर में बेहतर कार्य करने सहित धरातल पर उत्कृष्ट नतीजे हासिल करने का भरोसा दिलाया।

इस दौरान उन्होंने बताया कि, ग्रामीण इलाके के हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में गर्भवती माताओं को योगाभ्यास करते हुए, देखना आश्चर्य से कम नहीं है। यह एक यूनिक कार्य है, जिससे गर्भवती माताएं शारीरिक व मानसिक तौर पर स्वस्थ रहती हैं। उनका सामान्य प्रसव की संभावना अधिक रहती है। उन्होंने कहा कि, जिले में यूनिसेफ के सहयोग से जिला प्रशासन द्वारा एनीमिया मुक्त कोण्डागांव अभियान चलाया जा रहा है। इस दिशा में विभिन्न विभागों के समन्वय से अच्छा प्रयास किया जा रहा है। यूनिसेफ के भारत प्रमुख किमूरा ने शिक्षा, स्वास्थ्य, पोषण सेक्टर में युवोदय वालेंटियर्स के भूमिका की प्रशंसा करते हुए कहा कि, यह स्ट्रांग नेटवर्क व्यापक जनजागरूकता निर्मित करने की दिशा में जिला प्रशासन के साथ जुडक़र उत्साहजनक काम कर रही है। जिले के करीब 1200 युवोदय वालेंटियर्स जिला प्रशासन एवं समुदाय के बीच महत्वपूर्ण कड़ी हैं। उन्होने भरोसा दिलाया कि यूनिसेफ ने 5 वर्ष के लिए कार्ययोजना तैयार कर शिक्षा, स्वास्थ्य, पोषण क्षेत्र में अच्छा कार्य कर उत्कृष्ट नतीजे हासिल करेंगे।


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