कोण्डागांव

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव, 12 सितंबर। कलेक्टोरेट के सभाकक्ष में एनीमिया मुक्त कोण्डागांव अभियान के तहत कॉलेज व स्कूलों के प्राचार्यों सहित खण्ड शिक्षा अधिकारी, खंड स्त्रोत समन्वयक, बाल विकास परियोजना अधिकारी, पर्यवेक्षक, ब्लॉक हेल्थ प्रोग्राम मेनेजर, आरएमए व सुपरवाईजरों का प्रशिक्षण सह कार्यशाला सम्पन्न हुई।
इस प्रशिक्षण सह कार्यशाला में कलेक्टर दीपक सोनी ने कहा कि, जिले में एनीमिया के ज्यादा मामलों को देखते हुए एनीमिया मुक्त अभियान प्रारंभ किया गया है, जो दो चरणों में संचालित किया जाएगा। जिसके तहत पहले चरण में 15 से 25 वर्ष तक की बालिकाओं व युवतियों और दूसरे चरण में गर्भवती महिलाओं को शामिल किया जाएगा।
इन सभी की हरे एक 2 माह में रक्त जांच कर हीमोग्लोबिन स्तर की जांच की जाएगी। इसका डाटा एनीमिया मुक्त मोबाइल ऐप के माध्यम से देख सकेंगे। जिसके द्वारा कोई भी युवती या महिला अपनी जांच रिपोर्ट व अपनी प्रगति के बारे में भी जानकारी ऐप के जरिये प्राप्त कर पाएंगे।
उन्होंने कहा कि, सभी स्कूलों-कॉलेजों, छात्रावास व संस्थाओं पर विशेष ध्यान देते हुए रिकॉल पद्धति से पोषण स्तर पर कार्य किया जाएगा। सुपोषण की जानकारी के लिए विशेष कक्षाएं लगायी जाएगी।
कलेक्टर एनीमिया मुक्ति की दिशा में व्यापक जन जागरूकता लाने पर बल देते हुए कहा कि, यह सभी के सक्रिय सहयोग से फलीभूत होगा। पालक के रूप में बच्चों को खान-पान, स्वास्थ्य व स्वच्छता के लिए समझाइश और छात्र-छात्राओं से चर्चा करें।
बालिकाओं को आयरन फोलिक एसिड टेबलेट प्रदान करने पृथक से घंटी बजाकर उन्हें समझाइश दी जाये। इसके साथ ही इन सभी का नियमित रूप से मॉनिटरिंग कर गांव में चौपाल या बैठक के माध्यम से पंचायत पदाधिकारियों और ग्रामीणों से चर्चा कर एनीमिया मुक्ति के लिए व्यापक जागरूकता लाने सहित व्यवहार परिवर्तन की दिशा में ठोस पहल किया जाये। गांव स्तर पर इस ओर मितानिनों, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, आंगनबाड़ी सहायिकाओं का सहयोग लिया जाये।