कोण्डागांव

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव, 9 सितंबर। बड़ेकनेरा के उच्चतर माध्यमिक शाला से राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस का शुभारंभ किया गया। इस कार्यक्रम में आये सभी स्कूली बच्चों को कृमि और उससे होने वाली समस्याओं के संबंध में जानकारी दी गई। साथ ही एल्बेंडाजोल कृमि नाशक दवाई के बारे में बताते हुए बच्चों को एल्बेंडाजोल लेने के संबंध में सलाह दी गई।
इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ टीआर कुँवर ने कहा कि, कृमि बच्चों के पेट में होने वाली एक सामान्य बीमारी है। इससे शरीर में पोषक तत्वों का नाश हो जाता है, जिसके कारण बच्चों का शारीरिक, मानसिक, बौद्धिक विकास बाधित हो जाता है, इसके कारण एनीमिया, कुपोषण जैसी बीमारियां बच्चों को हो जाती है।
इस कार्यक्रम का आयोजन कोण्डागांव के सभी आंगनबाड़ी पाठशालाओं, विद्यालय में राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस के अवसर पर 9 सितंबर को किया गया। इसके साथ ही एल्बेंडाजोल की डोज लेने से छुटे हुए बच्चों, शाला त्यागी विद्यार्थी इत्यादि के लिए मॉप-अप दिवस 14 सितंबर को आयोजित कर उन्हें दवाइयां खिलाई जाएगी।
इस कार्यक्रम में जिला कार्यक्रम अधिकारी सोनल ध्रुव, खण्ड चिकित्सा अधिकारी, डीसी चन्द्रजीत सिंह, बीडीओ सुनीता सरकार, सेक्टर प्रभारी नीरज उइके, सेक्टर सुपरवाइजर द्रुपद राजा सेठिया, कामिनी बघेल एवं समस्त मितानिन उपस्थित रहे। स्वास्थ्य विभाग द्वारा कृमि मुक्ति दिवस हेतु 1 से 19 वर्ष के कुल 231467 बालक-बालिकाओं को कृमिनाशक दवा खिलाने का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए 254614 एल्बेंडाजोल दवाइयों का वितरण विकास खण्ड स्तर पर भी किया गया था।