कवर्धा

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बोड़ला, 14 अप्रैल। श्री हनुमान जनमोत्सव पर नगर में विविध आयोजन किए गए। जगह-जगह भंडारा हुए, शोभायात्रा निकली। सुंदरकांड के पाठ से नगर का वातावरण भक्तिमय हो गया। सभी मंदिरों में देर तक विविध कार्यक्रम चलते रहे। इस तरह पूरे क्षेत्र में हनुमान जयंती की धूम रही ।
सुबह से पूजा पाठ व
हवन का दौर
नगर के प्राचीन राम मंदिर में स्थापित बजरंगबली की प्रतिमा की पूजा करने भक्तों की भीड़ उमड़ी। यहां हनुमान जनमोत्सव समिति के सदस्यों के द्वारा सवेरे से ही पूजा पाठ हवन की व्यवस्था कर दी गई थी, इसके अलावा पुलिस थाना के सामने दक्षिण मुखी हनुमान मंदिर में और जजमान राजेंद्र तिलकवार ईश्वर प्रसाद शर्मा पुजारी मेघानंद शास्त्री के द्वारा विधिविधान से पूजा पाठ कराया गया।
सियारामकुटिया के पास स्थित बजरंगबली बांधा टोला में दुर्गा मंदिर के पास सहित नगर के सभी मंदिर देवालयों में हनुमान जयंती के अवसर पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया था। हवन के बाद सभी मंदिरों में प्रसाद वितरण किया गया, बड़े मंदिर में शोभायात्रा के पश्चात भोजन भंडारी की व्यवस्था की गई थी
निकाली भव्य झांकी
बोड़ला के हनुमान जनमोत्सव समिति के द्वारा इस बार हनुमान जयंती को विशेष बनाने उम्दा भिलाई से विशेष झांकी बुलाया गया था। विशेष ख्यातिप्राप्त झांकी को देखने आसपास से काफी बड़ी संख्या में लोग पहुंचे थे। भिलाई से झांकी को देखने भोन्दा, बोल्दा, नवापारा लालपुर भंडार आदि स्थानों से भी बड़ी संख्या में लोग पहुंचे थे। झांकी में बड़ी संख्या में शिवलिंग देवी के रूप में काली तथा देवी दुर्गा खुद हनुमान जी के अलावा अन्य कलाकृतियां लोगों को झूमने पर मजबूर कर रही थी।
डीजे के धुन पर झूमे भक्त
हनुमान जयंती पर निकली शोभा यात्रा और झांकी में बड़ी संख्या में ब्राह्मण व वणिक समाज की महिलाओं ने भाग लिया। शोभा यात्रा के प्रारंभ से अंत तक नगर के सभी वार्डों में झांकी के साथ डीजे के धुन में चल रहे भजन और हनुमान भक्ति में झूमते नजर आए। हनुमान जनमोत्सव समिति के सभी सदस्य कार्यक्रम के आयोजन में अपनी-अपनी जिम्मेदारीयों का निर्वहन करते नजर आये
महाप्रसाद और भंडारे का आयोजन
हनुमान जयंती पर प्रति वर्ष के अनुसार इस वर्ष भी मंदिरों में अखंड रामायण पाठ सुंदरकांड अभिषेक पूजन अनुष्ठान आदि किया गया। इसके पश्चात में प्रसाद वितरण का कार्यक्रम किया गया इनमें थाना के सामने स्थित दक्षिण मुखी हनुमान मंदिर सियाराम कुटी के पास मंदिर में बड़े मंदिर में महाप्रसाद व भंडारे की व्यवस्था की गई थी।