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जो बाइडन की पसंद नीरा टंडन के नाम पर ट्रंप की टीम को क्यों है ऐतराज़
02-Dec-2020 5:15 PM
जो बाइडन की पसंद नीरा टंडन के नाम पर ट्रंप की टीम को क्यों है ऐतराज़

नीरा टंडन के नाम पर अगर सीनेट ने रज़ामंदी दे दी तो वे दूसरी भारतीय-अमेरिकी होंगी जिन्हें कैबिनेट में जगह मिलेगी

सोमवार को ही ये ख़बर आई थी कि नई अमेरिकी सरकार के लिए भारतीय-अमेरिकी नीरा टंडन का नामांकन अमेरिका के प्रबंधन और बजट विभाग के निदेशक पद के लिए हुआ है.

लेकिन अब रिपब्लिकन नेता निकी हेली ने इस नामांकन को लेकर सवाल खड़ा कर दिया है.

निकी हेली ने कहा कि "नीरा का नामांकन बहुत चिंताजनक है क्योंकि अतीत में उनके ग़लत फ़ैसले देखने को मिले हैं."

एक ट्वीट में निकी ने कहा, "टंडन ने अतीत में ग़लत फ़ैसले लिए हैं. उन्होंने ट्रंप को लेकर कहा था कि वे अमेरिका के ख़िलाफ़ साज़िश का हिस्सा हैं और रिपब्लिकन सांसदों को नीचा दिखाने का उनका ट्रैक रिकॉर्ड है. एक कहावत है कि 'पर्सनल इज़ पॉलिसी' और इसलिए बाइडन का उन्हें नामांकित करना काफ़ी चिंताजनक है."

निकी हेली, साउथ कैरोलाइना की दो बार गवर्नर रह चुकी हैं और अमेरिका की कैबिनेट में जगह पाने वाली पहली भारतीय-अमेरिकी थीं और उन्होंने ट्रंप सरकार के पहले दो साल में संयुक्त राष्ट्र में अमेरिकी राजदूत के तौर पर काम किया.

एक और ट्वीट में निकी हेली ने लिखा है, "बजट चीफ़ के लिए बाइडन की पसंद नीरा टंडन हैं. ओबामा-केयर में उन्होंने मुख्य भूमिका निभाई और हिलेरी क्लिंटन के लिए काम करते हुए वे उनकी क़रीबी रही हैं. उन्होंने एक लिबरल थिंक-टैंक का नेतृत्व करते हुए 'मेडिकेयर एक्स्ट्रा फ़ॉर ऑल' जैसे प्रस्तावों को देखा."

टंडन के नाम पर अगर सीनेट ने रज़ामंदी दे दी तो वे दूसरी भारतीय-अमेरिकी होंगी जिन्हें कैबिनेट में जगह मिलेगी.

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रिपब्लिकन नेता निकी हेली ने इस नामांकन को लेकर सवाल खड़ा कर दिया है

बाइडन ने किया बचाव
नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन ने भी नीरा के नामांकन का बचाव किया.

एक ईमेल के ज़रिए बाइडन ने अपने समर्थकों से कहा, "वो आपके लिए ऐसे लड़ेंगी जैसे अपने परिवार के लिए क्योंकि उनका बचपन फ़ूड स्टांप्स (अमेरिका में राष्ट्रीय पोषण कार्यक्रम) पर निर्भर रहकर और सेक्शन-8 के घरों (कम आमदनी वाले परिवारों के लिए सरकारी आवास योजना) में बीता है जिसकी वजह से वह समझती हैं कि हमारी अर्थव्यवस्था को सभी लोगों को गरिमामयी और मानवीय जीवन प्रदान करना चाहिए."

लेकिन रिपब्लिकन सांसद नीरा टंडन के आलोचक रहे हैं.

'द वॉल स्ट्रीट जर्नल' के मुताबिक़, रिपब्लिकन कहते हैं कि उनके द्वारा अतीत में दिए बयानों की वजह से उन्हें पद मिलने की संभावनाओं पर ख़तरा है.

प्रभावशाली सेनेटर जॉन कॉर्निन, जो सीनेट इंडिया कॉक्स के सह-अध्यक्ष भी हैं, उनका कहना है कि "टंडन का नामांकन बाइडन का सबसे ख़राब नामांकन है."

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रिपब्लिकन नेताओं के आरोपों पर प्रतिक्रिया
मीडिया से बात करते हुए कॉर्निन ने कहा कि "टंडन ने पिछले कुछ हफ़्तों में अपने कई पुराने ट्वीट डिलीट कर दिये हैं जो एक बचकानी हरकत है, जैसे वो लोगों को मिल ही नहीं पाएँगे."

कॉर्निन ने कहा, "मुझे थोड़ी हैरानी है कि वे ऐसा करेंगी और किसी रिपब्लिकन से सलाह भी नहीं लेंगी. कुछ बातें ना होती अगर वे पहले ही आगाह कर देतीं और विचार-विमर्श कर लेतीं."

सीनेट के अल्पसंख्यक नेता चक शूमर ने रिपब्लिकन नेताओं के आरोपों पर प्रतिक्रिया दी.

उन्होंने कहा, "सीनेट के रिपब्लिकन्स ने ये दिखावा करते हुए चार साल बिता दिए कि उन्होंने राष्ट्रपति ट्रंप के बेवक़ूफ़ाना ट्वीट नहीं देखे, अब अचानक उनकी दिलचस्पी राष्ट्रपति-इलेक्ट बाइडन के कैबिनेट उम्मीदवारों की ट्विटर फ़ीड में बढ़ गयी है."

शूमर ने कहा, "हम सब जानते हैं कि टंडन एक योग्य उम्मीदवार हैं. इस पद पर जाने वाली वह पहली महिला होंगी जो श्वेत नहीं हैं."

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हिलेरी और ओबामा की भी क़रीबी
जिस पद के लिए नीरा को नामांकित किया गया है, वो व्हाइट हाउस के प्रमुख पदों में से एक है और इसका काम सरकार के बजट को संभालना है.

समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार अगर अमेरिका के सीनेट ने रज़ामंदी दे दी तो 50 साल की नीरा व्हाइट हाउस में इतने प्रभावशाली पद पर बैठने वाली ऐसी पहली महिला होंगी जो श्वेत नहीं होगी.

फ़िलहाल नीरा एक पब्लिक पॉलिसी रिसर्च संस्था 'सेंटर फ़ॉर अमेरिकन प्रोग्रेस' में मुख्य कार्यकारी हैं.

द वॉल स्ट्रीट अख़बार के मुताबिक़, नीरा को नामांकित करने का फ़ैसला बाइडन की उस योजना का हिस्सा है जिसके तहत वे उदारवादी और मध्यमार्गी आर्थिक सलाहकारों की टीम बनाना चाहते हैं. ये टीम ट्रेज़री सेक्रेटेरी के लिए नामांकित जैनेट येलेन के साथ-साथ काम करेगी.

वॉशिंगटन पोस्ट के मुताबिक़, नीरा पर रूढ़िवादी ख़ेमे की ओर से सरकार के ख़र्चों को कम करने का दबाव होगा लेकिन वे मौजूदा आर्थिक गिरावट को लेकर बाइडन सरकार के जवाब को तैयार करने में एक अहम भूमिका निभाएँगी.

वे हिलेरी क्लिंटन की भी क़रीबी सहयोगी रही हैं और ओबामा के कार्यकाल में अफ़ोर्डेबल केयर एक्ट पास करवाने में मदद की थी. (bbc.com)


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