अंतरराष्ट्रीय

भारत में चीन के राजदूत शू फेइहोंग ने कहा है कि ऐसा देखा गया है कि कुछ भारतीय अधिकारियों की ओर से दलाई लामा के पुनर्जन्म को लेकर टिप्पणी की जा रही है, चीन इसका विरोध करता है.
सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म एक्स पर शू फेइहोंग ने लिखा है, "चीनी सरकार दलाई लामा के पुनर्जन्म प्रक्रिया में हस्तक्षेप करने या उसे निर्देशित करने के लिए किसी विदेशी संगठनों या व्यक्तियों की ओर से किए प्रयास का विरोध करती है."
उन्होंने कहा है, "शिजांग चीन का एक अविभाजित अंग है. तिब्बती बौद्ध धर्म की उत्पत्ति चीन के चंघाई-तिब्बती पठार से हुई है. तिब्बती बौद्ध धर्म के पालन की शुरुआत चीन के अंदर से ही हुई थी. "
शू फेइहोंग ने कहा है, "दलाई लामा को धार्मिक दर्जा देने या उपाधियां प्रदान करना चीन की केंद्रीय सरकार का विशेषाधिकार है. दलाई लामा का पुनर्जन्म और उत्तराधिकार चीन का आंतरिक मामला है. बाहरी ताकतों को इसमें हस्तक्षेप की अनुमति नहीं दी जाएगी." (bbc.com/hindi)