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नई दिल्ली, 22 नवंबर। अमेरिका और चीन के बीच चल रहे व्यापारिक गतिरोध के बीच तिब्बत की निर्वासित सरकार के प्रमुख डॉ. लोबसांग सांगे ने व्हाइट हाउस का दौरा किया है.
टाइम्स ऑफ़ इंडिया के मुताबिक शुक्रवार को डॉक्टर सांगे ने व्हाइट हाउस में तिब्बत मामलों के नवनियुक्त समन्वयक रॉबर्ट डेस्ट्रो से मुलाक़ात की. तिब्बत की निर्वासित सरकार के किसी नेता का यह बीते छह दशकों में पहली आधिकारिक अमेरिकी यात्रा है.
अख़बार का कहना है कि अमेरिका के इस कदम से चीन के साथ पहले से चल रहे तल्ख रिश्तों में और तनाव पैदा हो सकता है.
जानकारों का मुताबिक केंद्रीय तिब्बती प्रशासन (सीटीए) के लिए यह एक ऐतिहासिक कदम है क्योंकि इससे सीटीए की प्रजातांत्रिक व्यवस्था और इसके राजनीतिक प्रमुख दोनों को मान्यता मिलती है.
केंद्रीय तिब्बती प्रशासन (सीटीए) का मुख्यालय भारत स्थित हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में है.
सीटीए के प्रवक्ता ने कहा, "हमें खुशी है कि दो लोकतंत्र एक दूसरे को मान्यता दे रहे हैं. सीटीए और इसके नेता का व्हाइट हाउस में स्वागत एक अच्छी शुरुआत कही जा सकती है. उम्मीद है कि आने वाले वर्षों में अमेरिकी अधिकारियों के साथ सीटीए की भागीदार का सकारात्मक चलन बढ़ेगा."