अंतरराष्ट्रीय

- रवि प्रकाश
कोरोना वायरस की वैक्सीन बनाने में दुनिया की बड़ी-बड़ी दवाई कंपनियां लगी हुई हैं। जल्द ही कोरोना वैक्सीन के बाजार में आने की उम्मीद है। लेकिन इसी बीच बाजार में नकली वैक्सीन्स बेचे जाने का भी खतरा मंडराने लगा है। ब्रिटेन के नेशनल क्राइम एजेंसी के अधियारियों ने चेतावनी दी है कि, जैसे ही कोरोना की किसी वैक्सीन की बिक्री का ऐलान किया जाता है, इसके साथ ही अपराधी नकली वैक्सीन बाजार में उतार सकते हैं।
ब्रिटेन की एक अंग्रेजी अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक, ब्रिटेन के अधिकारियों ने फेक कोरोना वैक्सीन की बिक्री रोकने के लिए कार्रवाई भी शुरू कर दी है। अधिकारियों का कहना है कि महामारी के शुरुआती दिनों में अपराधियों ने नकली पीपीई वगैरह बेचने की कोशिश भी की थी।
ब्रिटेन के नेशनल क्राइम एजेंसी के इकोनॉमिक क्राइम सेंटर के डायरेक्टर जनरल ग्रेएम बिगर ने कहा है कि वैक्सीन को लेकर फर्जीवाड़ा किए जाने का बड़ा खतरा पैदा हो गया है। उन्होंने कहा कि जैसे ही वैक्सीन तैयार हो जाएगी, लोगों को फर्जी वैक्सीन ऑफर करने वाले गैंग सक्रिय हो जाएंगे। इसे रोकने के लिए हम पहले से तैयारी कर रहे हैं। बाजार में कोरोना की फेक वैक्सीन्स बेची जा सकती हैं। जैसे ही कोरोना की किसी वैक्सीन की बिक्री का ऐलान किया जाता है, इसके साथ ही अपराधी नकली वैक्सीन बाजार में उतार सकते हैं। ब्रिटेन के नेशनल क्राइम एजेंसी के अधिकारियों ने ये चेतावनी दी है।
गौरतलब है कि फाइजर, ऑक्सफोर्ड और नोवावैक्स सहित कई कंपनियां कोरोना की वैक्सीन्स की ट्रायल कर रही हैं। इन वैक्सीन्स की ट्रायल आखिरी चरण में हैं। उम्मीद की जा रही है कि कुछ ही महीने में वैक्सीन बाजार में आ सकती है।(navjivan)