अंतरराष्ट्रीय

उत्तरी बुर्किना फासो में गुरुवार को हुए दो हमलों में 44 लोगों की मौत हो गई है. एक अधिकारी ने इन मौतों की पुष्टि की है.
ये दो हमलेनाइजर सीमा के पास साहेल इलाक़े में कोराकू और टोंडोबी गांवों में हुए थे.
किसी भी समूह ने इस हमले की ज़िम्मेदारी नहीं ली है लेकिन इस इलाक़े में अक्सर जिहादी हिंसा होती है. अधिकारियों ने इसके लिए ''हथियारबंद आतंकी समूहों'' को ज़िम्मेदार ठहराया है.
चरमपंथी संगठन अल-कायदा और इस्लामिक स्टेट से जुड़े चरमपंथी समूह इस इलाक़े में सक्रिय हैं.
साहेल इलाके़ के लेफ्टिनेंट-गवर्नर रोडोल्फ़ सर्गो ने कहा कि इस ''घृणित और बर्बर हमले'' के लिए ज़िम्मेदार हमलावरों को निष्क्रिय कर दिया गया है.
इस हमले में गांवों के कई लोग घायल हुए लेकिन उनकी संख्या साफ़ नहीं है. लेफ्टिनेंट-गवर्नर का कहना है कि इलाक़े में स्थिरता लाने की कोशिश की जा रही है.
गांव में रहने वाले एक शख़्स ने समाचार एजेंसी एएफ़पी को बताया कि ''बड़ी संख्या में आतंकी गांव में घुस आए'' और उन्होंने रातभर गोलीबारी की.
उन्होंने कहा, ''शुक्रवार सुबह हमने देखा कि कई लोगों की मौत हो गई है.''
एएफ़पी की रिपोर्ट है कि ये कुछ दिनों पहले मवेशी चोरी करने की कोशिश करने वाले दो जिहादियों की लिंचिंग होने के बाद ये हमले किए गए हैं. (bbc.com/hindi)