अंतरराष्ट्रीय

भारत ने लश्कर ए तैयबा (एलईटी) नेता अब्दुल रहमान मक्की को वैश्विक आतकंवादियों की सूची में शामिल किए जाने के फ़ैसले का स्वागत किया है. चीन ने भी इस मामले पर प्रतिक्रिया दी है और कहा है कि 'आतकंवाद मानवता का साझा दुश्मन' है.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा, "लश्कर ए तैयबा (एलईटी) आतंकवादी अब्दुल रहमान मक्की को लिस्ट करने (वैश्विक आतंकवादियों की सूची में शामिल करने) के संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की आईएसआईएल और अलक़ायदा प्रतिबंध समिति के फ़ैसले का हम स्वागत करते हैं."
बागची ने कहा, "वो एलईटी लीडर हाफ़िज सईद के रिश्तेदार भी हैं. मक्की ने एलईटी नेतृत्व से जुड़ी कई भूमिकाएं निभाई हैं. वो इस संगठन के लिए धन भी जुटाते रहे हैं."
उन्होंने आगे कहा, "आतंकवादी संगठनों से इस इलाक़े में हमेशा बड़ा ख़तरा बना रहता है. संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की ओर से (आतंकवादियों को) सूचिबद्ध करना और प्रतिबंध लगाना ऐसे ख़तरों को रोकने और इस इलाक़े में आतंक के ढांचे को ध्वस्त करने के लिहाज से प्रभावी कदम हैं."
'दुनिया पर दबाव बनाए रखेंगे'
बागची ने कहा, "आतंकवाद को लेकर ज़ीरो टॉलरेंस की नीति को लेकर भारत प्रतिबद्ध है और अंतरराष्ट्रीय समुदाय पर इस बात का दबाव बनाता रहेगा कि वो आतंकवाद के ख़िलाफ़ विश्वसनीय, प्रामाणिक और दोबारा न बदले जा सकने वाले कदम उठाए."
चीन ने क्या कहा?
मक्की को वैश्विक आतंकवादी घोषित करने के मामले में चीन ने 'टेक्निकल होल्ड' (तकनीकी रोक) हटाने के मामले में कहा, 'आतंकवाद मानवता का साझा दुश्मन है.'
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वान वेनबिन ने कहा कि 'आतंकवाद रोकने के दिशा में पाकिस्तान के प्रयासों की भी सराहना' होनी चाहिए.(bbc.com/hindi)