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अमेरिका के एक वरिष्ठ सैन्य कमांडर ने कहा है कि अमेरिकी सेना के लौटने के बाद, अफ़ग़ानिस्तान में गृह युद्ध छिड़ जाने का ख़तरा होगा.
दरअसल, पिछले महीने से अमेरिकी सैनिकों ने अपने देश वापस लौटना शुरू कर दिया है. इसी बीच तालिबान लड़ाकों ने भी अफ़ग़ानिस्तान के कई ज़िलों पर फिर से अपना कब्ज़ा जमा लिया है. ऐसे में इस तरह की कई चिंताएं पैदा हो गई है.
बताया गया है कि 11 सितंबर तक सभी अमेरिकी सैनिक अफ़ग़ानिस्तान से वापस लौट जायेंगे.
मौजूदा परिस्थिति पर बात करते हुए अमेरिकी जनरल स्कॉट मिलर ने कहा कि अफ़ग़ानिस्तान का राजनैतिक नेतृत्व अगर लोगों को एकजुट नहीं कर पाया, तो देश को आने वाले समय में बहुत मुश्किल दौर का सामना करना पड़ सकता है.
इससे पहले संयुक्त राष्ट्र ने भी तालिबान के बढ़ते प्रभाव पर चिंता ज़ाहिर की थी. संयुक्त राष्ट्र ने कहा था कि अभी अमेरिकी सैनिक पूरी तरह से लौटे भी नहीं हैं और तालिबान ने कई ज़िलों पर अपना कब्ज़ा जमा लिया है.
बताया गया है कि तालिबान लड़ाकों ने 370 में से क़रीब 50 ज़िलों पर अपना कब्ज़ा जमा लिया है और वो धीरे-धीरे राजधानी काबुल की ओर बढ़ रहे हैं. तालिबान दावा कर रहा है कि क़रीब 100 ज़िले अब उसके कब्ज़े में हैं.
इस पर मिलर ने कहा कि अफ़ग़ानिस्तान में परिस्थिति ठीक नहीं लग रही. गृह युद्ध का ख़तरा सिर पर है. और अगर तालिबान इसी तरह बढ़ता रहा, तो ऐसा होने की संभावना और बढ़ती जायेगी.
लेकिन मिलर ने इस बात से भी इनकार नहीं किया कि अमेरिका अब भी तालिबान पर हवाई हमले कर रहा है.
उन्होंने कहा, “मैं चाहूँगा कि हमें हवाई हमले देखने को ना मिलें. लेकिन पहले हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि कहीं हिंसा भी ना हो. आपको ये सब बंद करना होगा.”
कुछ दिन पहले ही, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा था कि “अफ़ग़ानिस्तान के लोगों को ख़ुद ही अपना भविष्य तय करना होगा.” (bbc.com)