गरियाबंद

उदंती अभ्यारण्य क्षेत्र के डेढ़ सौ के गांवों के ग्रामीणों ने घेरा कलेक्टोरेट
23-Feb-2021 7:14 PM
उदंती अभ्यारण्य क्षेत्र के डेढ़ सौ के गांवों के ग्रामीणों ने घेरा कलेक्टोरेट

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

गरियाबंद, 23 फरवरी। कल राजपड़ाव एवं उदंती अभ्यारण्य  सीतानदी  क्षेत्र के 160 गांवों के हजारों ग्रामीणों द्वारा मूलभूत सुविधाओं एवं कोर एरिया में वनोपज संग्रहण के साथ  14 सूत्रीय मांगों को लेकर गरियाबंद पहुंचने के पूर्व 14 किलोमीटर विशाल पदयात्रा निकाल शासन प्रशासन के विरोध में नारे लगा कलेटोरेट का घेेराव किया।

सोमवार को किसान संघर्ष समिति उदंती सीतानदी, राजापडाव के बैनर तले  जिला कलेक्टर कार्यालय गरियाबंद में धरना प्रदर्शन करने उदंती अभ्यारण्य, सीतानदी अभ्यारण्य एंव राजापडाव क्षेत्र सहित लगभग 160 गांव के सैकडों ग्रामीण महिला पुरूष बच्चें  रविवार को सुबह से 60-70 टैक्टरो के माध्यम से जिला मुख्यालय गरियाबंद के करीब 14 किलोमीटर पूर्व रात्रि विश्राम कर  सोमवार को हजारों की संख्या में अब तक की सबसे बड़ी रैली निकाल दोपहर जिला मुख्यालय पहुँच कलेक्ट्रोरेट का घेेराव किया । 

क्षेत्र के मूलभूत समस्याओ को लेकर सोमवार को जिला कलेक्टर कार्यालय गरियाबंद का घेराव कर 14 सूत्रीय मांगों को लेकर जम कर धरना प्रदर्शन करते हुए बैठा रहा , राजस्व अधकारियों ,पुलिस अधिकारी भी समझाते रहे , अंत में कलेक्टर से मुलाकात करने ग्रामीण प्रतिनिधियों की सहमति बनी। , कलेक्टर सभा  कक्ष में कलेक्टर व डीएफओ के साथ लम्बी चर्चाए कर धरना प्रदर्शन समाप्त हुआ।

इस दौरान उदंती सीतानदी राजापडाव किसान संघर्ष समिति के अध्यक्ष अर्जुन सिंह नायक, क्षेत्र के वरिष्ठ आदिवासी नेता दलसूराम मरकाम, ग्राम पंचायत कोकडी के सरपंच सखाराम मरकाम, ग्राम पंचायत अडगडी के सरपंच कृष्ण कुमार नेताम, शोभा सरपंच रमुला बाई मरकाम, गौरगांव सरपंच भानबाई नेताम, गरहाडीह के सरपंच कलाबाई नेताम, गोना सरपंच सुनिल कुमार मरकाम, भुतबेडा सरपंच अजय कुमार नेताम, कुचेंगा सरपंच कृष्णा बाई मरकाम, जांगडा सरपंच मिथुला बाई मरकाम, तौरेंगा सरपंच परमेश्वर नेताम, अमाड सरंपच पुस्तम सिंह, कोयबा के सरपंच बेलमती मांझी, साहेबिनकछार सरपंच कैलाश नेताम, जनपद सदस्य घनश्याम मरकाम, फुलचन्द्र नेताम, चिमन लाल, गणेराम, नकुल नागेश, संजय देवंशी सहित क्षेत्र के वरिष्ठ समाज प्रमुखों ने मैनपुर में पत्रकारों को बताया कि उदंती सीतानदी अभ्यारण्य क्षेत्र के कोर एरिया में ग्रामीणों को न तो तेंदुपत्ता तोडने दिया जाता है और न ही किसी भी प्रकार के वनोपज संग्रहण करने दिया जाता है, जिसके चलते उदंती सीतानदी अभ्यारण्य क्षेत्र के कोर क्षेत्र में निवास करने वाले हजारों लोगो के सामने अपने जीविकाउपार्जन को लेकर गंभीर समस्या उत्पन्न हो जाती है, और तो और इन कोर ईलाकों के गांव में सडक, बिजली, पेयजल, स्वास्थ्य, शिक्षा जैसे बुनियादी सुविधाए भी उपलब्ध नही कराये जा रहे है, जब भी सडक और बिजली लगाने की बात आती है, और सडक निर्माण का तो वन विभाग द्वारा रोक लगा दिया जाता है, जिसके चलते इन ग्रामो में बुनियादी सुविधाए उपलब्ध नही हो पा रहा है।

 ग्रामीणों ने मांग की कि उंदती सीतानदी अभ्यारण्य अंचलों में तेंदूपत्ता संग्रहण का अधिकार दिया जाए गांव गांव में फड़ खोला जाए मूल्य बढाया जाए गांव को पूर्ण अधिकार दिया जाए, इस दौरान प्रशासनिक अधिकारी ग्रामीणों को समझाते रहे किंतु कलेक्टर से मुलाकात कर अपनी पीड़ा बताने व चर्चा करने के लिए अड़े रहे। अन्त में कलेक्टर सभा कक्ष में ग्रामीण प्रतिनिधयों के साथ कलेक्टर व वनमण्डलाधिकारी से लम्बी चर्चा के बाद ग्रामीण शांत हो धरना समाप्त हुआ।


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