गरियाबंद
बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती पर जनजातीय गौरव दिवस का आयोजन
'छत्तीसगढ़Ó संवाददाता
गरियाबंद, 16 नवंबर। स्वतंत्रता संग्राम सेनानी आदिवासी जननायक भगवान बिरसा मुण्डा की 150वीं जयंती के अवसर पर शनिवार को जिले में जनजातीय गौरव दिवस का भव्य आयोजन जिला मुख्यालय के गांधी मैदान में किया गया। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नर्मदा जि़ले के डेडियापाड़ा से वर्चुअली जुड़कर संबोधित किया। उन्होंने बिरसा मुंडा के स्वतंत्रता संग्राम में निभाई गई ऐतिहासिक भूमिका और उनकी प्रेरणादायक विरासत का उल्लेख किया। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने इस अवसर पर कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास भी किया।
गांधी मैदान में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि महासमुंद क्षेत्र की सांसद रूपकुमारी चौधरी ने भगवान बिरसा मुंडा एवं छत्तीसगढ़ महतारी के तैल्य चित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर जिला स्तरीय कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। इस अवसर पर राजिम विधायक , रोहित साहू, छ.ग. राज्य भण्डार निगम के अध्यक्ष चंदूलाल साहू, छ.ग. खाद्य आयोग के अध्यक्ष संदीप शर्मा, वरिष्ठ नागरिक अनिल चंद्राकर, गरियाबंद नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष रिखी राम यादव,, जनपद पंचायत छुरा के अध्यक्ष मीरा ठाकुर, कलेक्टर बीएस उइके, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी प्रखर चंद्राकर सहित अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।
मुख्य अतिथि सांसद श्रीमती चौधरी ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि आज का दिन हम सभी के लिए अत्यंत गौरव, सम्मान और प्रेरणा का दिन है। हम यहां धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा जी की 150 वीं जयंती के अवसर पर जनजातीय गौरव दिवस मनाने के लिए एकत्रित हुए हैं। यह दिवस आदिवासी समाज के स्वाभिमान, संघर्ष, त्याग और योगदान को स्मरण करने का पवित्र अवसर है। उन्होंने सभी को आदिवासी जननायक भगवान बिरसा मुंडा जी की जयंती की शुभकामनाएं और बधाई दी। उन्होंने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा, हमारे गौरवशाली इतिहास के उस नायक का नाम है, जिन्होंने न केवल अपने समाज के अधिकारों के लिए संघर्ष किया, बल्कि पूरे देश को स्वतंत्रता के संघर्ष में एक नई दिशा दी। उनके संघर्ष, उनकी वीरता, और उनकी अटूट संकल्पशक्ति ने हमें यह सिखाया कि यदि हमारा संकल्प मजबूत हो, तो कोई भी कठिनाई हमें रोक नहीं सकती।
उन्होंने जल, जंगल, और जमीन की रक्षा के लिए अपने जीवन को समर्पित किया और आदिवासी समाज के लिए एक नई जागरूकता का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा, जिन्होंने बहुत कम आयु में ही जनजातीय समाज को एकजुट करने, उनके अधिकारों की रक्षा करने, सामाजिक बुराइयों को दूर करने और धार्मिक सुधारों को बढ़ावा देने का महान कार्य किया। मात्र 25 वर्ष की आयु में अंग्रेजों की निर्मम यातनाओं के बीच उन्होंने अपने प्राण त्याग दिए, लेकिन उनके विचार, उनका आंदोलन और उनकी आत्मा आज भी जनजातीय समाज की ताकत बनकर जीवित है। आदिवासी समाज उन्हें भगवान और धरती आबा के रूप में पूजता है और यह सम्मान केवल श्रद्धा नहीं, बल्कि उनके असाधारण योगदान का प्रतीक है। हम सभी इस बात पर गर्व कर सकते हैं कि भारत के प्रधानमंत्री माननीय श्री नरेन्द्र मोदी जी ने बिरसा मुंडा जी के जन्मवर्ष को जनजातीय गौरव वर्ष के रूप में मनाने का निर्णय लिया।
राजिक विधायक श्री साहू ने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा की जयंती के अवसर पर जनजातीय गौरव दिवस मना रहे हैं। यह दिन हमारी आदिवासी अस्मिता, साहस, बलिदान और गौरवपूर्ण इतिहास का प्रतीक है। उन्होंने सभी को बधाई और शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि भगवान बिरसा मुंडा ने अपने अदम्य साहस और दूरदर्शिता से भारतीय स्वतंत्रता संग्राम को नई दिशा दी। उन्होंने अत्याचार, अन्याय और शोषण के खिलाफ खड़े होकर हमें यह संदेश दिया कि जनता की शक्ति सबसे बड़ी शक्ति होती है। उनके योगदान को देश सदैव सम्मान के साथ याद करता है। छत्तीसगढ़ की जनजातीय परंपराएँ, कला, संस्कृति, नृत्य और प्रकृति के प्रति समर्पित जीवन शैली हमें यह बताती है कि आदिवासी समाज हमारी भारतीय संस्कृति की आत्मा है। छ.ग. राज्य भण्डार गृह निगम के अध्यक्ष श्री चंदूलाल साहू ने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा जी का संघर्ष सिर्फ सामाजिक और आर्थिक शोषण के खिलाफ नहीं था, बल्कि यह अपनी संस्कृति, अधिकारों और अस्तित्व की रक्षा के लिए एक महाक्रांति थी। उनकी विरासत हमें सिखाती है कि अपनी जड़ों से जुड़कर, आत्म-सम्मान के साथ आगे बढऩा ही सच्ची प्रगति है। आज हम इस जनजातीय गौरव दिवस के अवसर पर उनकी प्रेरणादायक शिक्षाओं को याद करते हुए यह संकल्प लें कि हम सभी मिलकर उनके सपनों को साकार करेंगे। उन्होंने कहा कि हमारे देश के राष्ट्रपति और प्रदेश के मुख्यमंत्री जनजाति समुदाय से है जिससे हमें गर्व का एहसास होता है। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में जनजाति समाज की उन्नति और समृद्धि के लिए निरंतर कार्य किया जा रहे हैं ।
इस अवसर पर अतिथियों ने विभिन्न विभागों द्वारा लगाए गए प्रदर्शनी का अवलोकन कर सामग्रियों का वितरण किया। इसके अलावा अतिथियों ने 6 विद्यार्थियों को जाति प्रमाण पत्र, श्रम विभाग द्वारा 3 हितग्राहियों को श्रम पंजीयन कार्ड, खाद्य विभाग द्वारा 3 हितग्राहियों को राषन कार्ड, महिला एवं बाल विभाग द्वारा 2 महिलाओं की गोद भराई, 2 बच्चों का अन्न प्रासन्न, 5-5 आंगनबाड़ी सहायिका एवं कार्यकर्ता के लिए नियुक्ति पत्र, कृषि विभाग द्वारा 10 किसानों को केसीसी प्रमाण पत्र वितरण, जिला पंचायत द्वारा 3 हितग्राहियों को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बनाए गए आवास की चाबी सौंपा गया। आदिवासी विकास विभाग द्वारा 8 राज्य स्तरीय खिलाडिय़ों को प्रषस्ति पत्र दिया गया इसके अलावा 3 स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के परिजनों को सम्मानित किया गया। षिक्षा विभाग द्वारा मेरिट में आए 3 बच्चों को प्रषस्ति पत्र प्रदान किया गया। इस अवसर पर , अजय रोहरा, आशीष शर्मा, सूरज सिन्हा, सुरेन्द्र सोनटेके, अनुप भोसले, अपर कलेक्टर नवीन भगत, पंकज डाहिरे सहित अन्य गणमान्य उपस्थित थे।


