गरियाबंद

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
गरियाबंद, 6 मार्च । साय सरकार का दूसरा आम बजट पेश होते ही जनता और विशेषज्ञों की राय आना चालू हो गई है, वहीं कांग्रेस नेता हरमेश चावड़ा ने कहा कि बजट को लेकर जनता में निराशा का माहौल देखने को मिला। बजट का पूरा खाका यह संकेत दे रहा है कि सरकार एक बार फिर ऋण लेने की तैयारी में है, लेकिन जनता को राहत देने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं।
कृषि क्षेत्र को इस बजट में पूरी तरह से नजरअंदाज कर दिया गया है। किसानों को राहत देने के लिए किसी भी तरह की ठोस योजना नहीं बनाई गई है। युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसरों का अभाव है। कोई नई योजना नहीं लाई गई, जिससे बेरोजगारी की समस्या और गंभीर हो सकती है। महंगाई कम करने को लेकर सरकार की गंभीरता इस बजट में कहीं नजर नहीं आई। जनता को राहत देने के लिए कोई नई पहल नहीं की गई है। चुनाव पूर्व सरकार ने जो 500 रुपये में गैस सिलेंडर देने का वादा किया था, उसके लिए इस बजट में कोई प्रावधान नहीं किया गया है।
बजट के आकार से स्पष्ट हो रहा है कि सरकार एक बार फिर ऋण लेने की योजना बना रही है, जिससे आने वाले समय में वित्तीय असंतुलन बढ़ सकता है। यह बजट ग्रामीण भारत, गरीब तबके और किसानों के लिए किसी भी प्रकार की राहत देने में असफल रहा है। सरकार का ध्यान विकास कार्यों से हटकर अन्य क्षेत्रों में अधिक केंद्रित दिख रहा है।