गरियाबंद

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
गरियाबंद, 1 सितंबर। जिला मुख्यालय से लगभग 25 किलोमीटर दूर छुरा में बरसों से संचालित निजी अस्पताल में 30 अगस्त को स्वास्थ्य विभाग की टीम गठित कर छापा मारा। अस्पताल प्रबंधन हेतु वैध दस्तावेज नहीं रखने पर अवैध रूप से संचालित हो रहे निजी अस्पताल को बंद कर दिया गया।
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र में बरसों से अवैधानिक निजी अस्पताल संचालक डॉ. जैकब जॉर्ज द्वारा आदिवासियों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा था। इसकी जानकारी मिलने पर मीडिया की टीम पहुंचने पश्चात स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को दूरभाष के माध्यम से जानकारी दी गई।
जिला मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी गार्गी यदु के निर्देशन में स्वास्थ्य विभाग की टीम गठित कर छापामारी करने वाले टीमों में डॉ.अमन हुमने, डॉ.सुनील रेड्डी, डॉ. सोमेश्वर ठाकुर एवं डॉ.हरीश चौहान पहुंचे। मौके पर अस्पताल संचालन हेतु वैध दस्तावेजों की कमी पाई गई। जिस पर जैकब जॉर्ज को त्वरित लिखित स्पष्टीकरण मांगते हुए अस्पताल में ताला जड़ दिया गया। साथ ही स्वास्थ्य विभाग की टीम ने जैकब जार्ज को हिदायत देते हुए कहा कि,यदि आप पुन: अस्पताल का संचालन करना चाहते हंै तो आपको नर्सिंग होम एक्ट संबंधित संपूर्ण दस्तावेज सबमिट करना पड़ेगा, उसके बाद ही आप अस्पताल का संचालन कर सकते हंै। यदि इसके बावजूद आपने अस्पताल का संचालन किया तो ये आपकी स्वयं की जवाबदारी होगी।
स्वच्छता और जैव-चिकित्सा अपशिष्ट परमिट नहीं है
डॉ. जैकब जार्ज के अस्पताल में बायोमेडिकल अपशिष्ट पाइपलाइन और अपशिष्ट कम करने वाली पाइप बिछाने के लिए नगर पंचायत को अनापत्ति प्रमाण पत्र हेतु अभी आवेदन किया गया है, जबकि इनको पूर्व में ही कर लेना था। उन्होंने किसी के प्रकार से भी अस्पताल प्रबंधन हेतु वैध दस्तावेज नहीं रखे हैं।