गरियाबंद
राजीवलोचन मंदिर उत्कीर्ण कलाकृति से हुए प्रभावित
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजिम, 16 फरवरी। बुधवार को विदेशी सैलानी राजिम पहुंचे और यहां की भव्यता एवं मेले का विस्तार को देखकर अत्यंत प्रसन्न हो गए। वे जैसे ही राजीवलोचन मंदिर पहुंचे मंदिरों में उत्कीर्ण कलाकृतियों ने खासा प्रभावित किया।
तीन नदी के बीच में स्थित कुलेश्वर नाथ महादेव मंदिर को देखकर अभिभूत हो गए। पूरे मेला क्षेत्र का पैदल चलकर भ्रमण किया। मीडिया सेंटर में पत्रकारों द्वारा सैलानियों का आत्मिय स्वागत सम्मान किया गया। राजिम मेले की भव्यता को देखकर अत्यंत प्रसन्न दिखे और हाथ जोडक़र नमस्ते राजिम कहा।
फ्रांस के सैलानियों, जिनमें से दो लोग पहली बार आए हैं बाकी तीन लोग पिछले साल और आ चुके हैं। इनमें से रोले, मार्टिन, जोयल, अग्नेश, भासो नाम के है। ये सभी 1 महीने के टूर पर 6500 किलोमीटर की दूरी तय करेंगे और 28 फरवरी को अपने देश चले जाएंगे। विशाखापट्टनम से चलकर सीधे यहां आए हैं।
उन्होंने कहा कि हम चाहते तो, प्लेन से आ सकते थे लेकिन सडक़ मार्ग से आने का कारण यही है कि हम भारत की संस्कृति एवं यहां के रहन-सहन से रूबरू होना चाहते हैं। यहां की सांस्कृतिक विरासत खासतौर से प्रभावित कर रही है।
भुनेश्वर ओडिशा के गाइड तपन मिश्रा ने बताया कि छत्तीसगढ़ में राजिम के अलावा रायपुर, चम्पारण, सिरपुर, कवर्धा, चिल्फी, भोरमदेव के बाद ग्वालियर मध्यप्रदेश चले जाएंगे।
उन्होंने आगे बताया कि राजिम माघी पुन्नी मेला में नागा साधुओं का आशीर्वाद प्राप्त कर आगे यात्रा के लिए निकल जाएंगे।