दुर्ग
एसएमसी के 24 सौ से अधिक सदस्य भी पहुंच
छत्तीसगढ़' संवाददाता
दुर्ग, 10 अगस्त। जिले के सभी शासकीय स्कूलों में मेगा पालक शिक्षक बैठक का आयोजन हुआ। इस बैठक में शाला विकास समिति के 2435 सदस्य एवं 32851 पालकों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। इसमें बच्चों की पढ़ाई से लेकर शासकीय योजनाओं के क्रियान्वयन पर चर्चा की गई।
प्रमुख रूप से छात्र/छात्राओं की दैनिक दिनचर्या,बच्चा बोलेगा बेझिझक गतिविधि,विद्यार्थियों की शैक्षणिक प्रगति एवं परीक्षा परिणाम,बस्ता रहित शनिवार की पहल, स्वास्थ्य परीक्षण एवं पोषण, जाति, आय एवं निवास प्रमाण पत्र, न्योता भोजन (मिड डे मील के विशेष आयोजन), प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी,छात्रवृत्ति एवं विभागीय योजनाए, पॉक्सो एक्ट के प्रति जागरूकता, डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से शिक्षण प्रक्रिया, मुख्यमंत्री शिक्षा गुणवत्ता अभियान, शिक्षण विधि, एफएलएन (फाउंडेशनल लिटरेसी एंड न्यूमैरेसी) के अंतर्गत विद्यार्थियों के शैक्षणिक स्तर का मूल्यांकन एवं उस पर आधारित पालक-शिक्षक संवाद शामिल है।
राज्य शासन के निर्देशानुसार शैक्षणिक सत्र 2025-26 के लिए अगस्त के प्रथम सप्ताह में समस्त शासकीय शैक्षणिक संस्थानों में मेगा पालक-शिक्षक बैठक का आयोजन किया गया। इसका मुख्य उद्देश्य पालकों के साथ बेहतर संवाद स्थापित करना, विद्यार्थियों की शैक्षणिक प्रगति से उन्हें अवगत कराना तथा आवश्यकतानुसार सुधारात्मक कदम सुनिश्चित करना था। इसी कड़ी में 6 अगस्त को जिला दुर्ग के समस्त शासकीय विद्यालयों में प्रथम मेगा पालक-शिक्षक बैठक का आयोजन हुआ। विद्यालयों में पदस्थ शिक्षकों के अतिरिक्त आस-पास के चिकित्सकों, सेवानिवृत्त शिक्षकों, ग्राम प्रमुखों, पार्षदों तथा आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को विशेष अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया था। समग्र शिक्षा के डीएमसी सुरेंद्र पांडे ने बताया कि स्थानीय समाज एवं पालक इस आयोजन से बेहद ही उत्साहित नजर आए। आगामी द्वितीय चरण की बैठक में और अधिक सहयोग देने पालकों द्वारा आश्वस्त किया गया।
जिला शिक्षा अधिकारी अरविंद मिश्रा का कहना है कि पढ़ाई के अलावा स्कूल की गतिविधियों की जानकारी पालकों को होना जरूरी है। उनकी सक्रियता से निश्चित तौर पर बच्चों को फायदा मिलेगा। सभी की सक्रिय सहभागिता से यह शासकीय पहल बेहद ही कारगर रहा।


