दुर्ग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 6 नवंबर। सिखों के प्रथम गुरु गुुरुनानक देवजी के 556वां प्रकाश पर्व बुधवार को शहर में सिख समाज द्वारा पूरे श्रद्धा व उत्साह के साथ मनाया गया। इस अवसर पर स्टेशन रोड स्थित गुरुद्वारा में मुख्य समारोह का आयोजन किया गया। जहां सुबह से गुरुग्रंथ साहिब के दर्शन के लिए सिख समाज के अलावा अन्य समाज के लोगों की कतारें लगी रही।
अमृतसर से पधारे ज्ञानी जगदीप सिंह राजेवाल के जत्थे द्वारा भजन-कीर्तन के माध्यम से गुरुनानक देवजी के मानवता के संदेश को दोहराया गया। इस अवसर पर पूर्व विधायक अरुण वोरा, पूर्व महापौर धीरज बाकलीवाल, आरएन वर्मा, नेता प्रतिपक्ष संजय कोहले, कांग्रेस नेता परमजीत सिंह भुई, पूर्व पार्षद फत्तेसिंह भाटिया, के अलावा कांग्रेस-भाजपा व अन्य राजनीतिक दलों के जनप्रतिनिधि और प्रशासनिक अधिकारी दर्शन के लिए गुरुद्वारा पहुंचे।
उन्होंने गुरुद्वारा में मत्था टेककर गुरुनानक देवजी से देश व प्रदेश की सुख-समृद्धि के लिए कामना की और सिख समाज के लोगों को गुरुनानक देवजी की प्रकाश पर्व की बधाई दी। दोपहर में गुरुद्वारा में गुरु के अटुट लंगर का आयोजन किया गया, जिसमें सिख समाज के अलावा अन्य समाज के लोगों ने लंगर ग्रहण कर पुण्य लाभ प्राप्त किया। गुरुनानक देवजी के प्रकाश पर्व पर गुरुद्वारा में सेवाभावी कार्य भी किए गए। जिसके तहत आयोजित रक्तदान शिविर में सिक्ख समाज के अलावा अन्य समाज के लोगों ने रक्तदान कर मानव सेवा का बड़ा संदेश दिया। पूज्य सिंधी जनरल पंचायत ने भी गुरुनानक देवजी की प्रकाश पर्व की खुशियां मनाई।
इस अवसर पर स्टेशन रोड स्थित सिंधी धर्मशाला में महाप्रसादी का वितरण किया गया। महाप्रसादी ग्रहण करने यहां श्रद्धालू बड़ी संख्या में जुटे। गुरुद्वारा में प्रकाश पर्व पर गुरूद्वारा श्री गुरूसिंह सभा के प्रधान महिंदर पाल सिंह, सचिव जीएस लांबा, हरमीत सिंह भाटिया, अरविंदर सिंह खुराना, दलप्रीत सिंह भाटिया, जितेंदर सिंह, सुखदेव सिंह (राजू), कंवलजीत सिंह ओबेरॉय, प्रिंस कब्बरवाल, गुरविंदर सिंह, अवतार सिंह रंधावा, सुरेन्दर सिंह कब्बरवाल, सतनाम कौर विरदी, मनिंदर सिंह, राजेन्दर पाल अरोरा, तरसेम सिंह ढिल्लन, महेंन्द्र सिंह खालसा, जस्सी सिंह, दुर्ग ट्रक मालिक संघ अध्यक्ष गुरदीप सिंह, इंदरजोत सिंह भाटिया, देवेन्दर सिंह भाटिया, भूपेन्दर सिंह, राजेन्दर सिंह, रिम्पाल सिंह, जसपाल सिंह, दुर्ग-भिलाई गुरूद्वारा के प्रधान, स्त्री सत्संगत की महिला जत्था, खालसा पब्लिक स्कूल व कॉलेज के विद्यार्थियों के अलावा सिख समाज के लोग बड़ी संख्या में शामिल हुए।


