दुर्ग

आंधी-बारिश से केले, पपीता का फसल तबाह, भारी नुकसान
03-May-2025 3:18 PM
आंधी-बारिश से केले, पपीता का  फसल तबाह, भारी नुकसान

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

दुर्ग, 3 मई। गुरुवार शाम चली तेज आंधी, बारिश एवं ओलावृष्टि से केला, पपीता व मूंग की फसल चौपट हो गई है। जालबांधा क्षेत्र में भारी ओलावृष्टि से रबी धान की फसल भी तबाह हो गई। वहीं इससे अन्य उद्यानिकी फसलों को भी भारी नुकसान पहुंचा है।

ग्राम डोडक़ी निवासी कृषक जीवन लाल वर्मा ने बताया कि उन्होंने 20 एकड़ में केला एवं 10 एकड़ में पपीता की फसल ली है, मगर तेज आंधी से पपीता एवं केले का पौधा टूट कर गिर गए, फल भी गिर गए, इसकी वजह से उन्हें लगभग 40 लाख रुपए का अनुमानित नुकसान हुआ है। ग्राम परसबोड़ निवासी राम सिंह साहू ने बताया कि वे पिछले 15 वर्षों से पपीता की खेती कर रहे हैं, मगर अब तक कभी ऐसी तेज आंधी में पहली बार फसल तबाह हुआ।

उन्होंने 3 एकड़ में केले फसल ली है एक रुपए का भी केला नहीं बेचा और आंधी में पौधे गिरकर चौपट हो गए। उक्त फसल को लगाने अब तक दो लाख रुपए की लागत आ चुकी है, जो शुद्ध नुकसान हुआ। इसके अलावा मेहनत अलग व्यर्थ गया। ग्राम जाताधर्रा निवासी किसान मोहन यादव ने बताया कि उनके भी खेतों में केले की फसल है जिसके पौधे तेज हवा में गिर जाने से भारी नुकसान हुआ है। ग्राम गोपरा निवासी मधुसुदन राणा की भी 15 एकड़ एवं ग्राम खपरी निवासी राखी साहू के खेत में 3 एकड़ में लगी केले की फसल भी तबाह हो गई है, इससे उन्हें भारी नुकसान उठाना पड़ा है।

 

जालबांधा क्षेत्र के ग्राम बफरा में किसान सुमित साहू ने 4 एकड़ रेगहा में लेकर धान की फसल ली थी। उनका कहना है कि क्षेत्र में हुई भारी आलावृष्टि की मार से धान के पौधों की बालियां झड़ गई। पौधे में एक भी दाना नहीं बचा। इसी ग्राम के किसान टोमन लाल साहू के खेत में 5 एकड़ में लगी रबी धान की फसल ओलावृष्टि से चौपट हो गई। साथ ही मूंग की फसल भी तबाह हो गई। ग्राम के ही कमलेश साहू ने 3 एकड़ में मूंग की फसल ली थी मगर ओले से इसके फूल पत्ते कुछ नही बचे। इसी तरह धमधा निवासी विजय ढीमर के 5 एकड़ में लगी मूंग तबाह हो गई। वहीं दो एकड़ में लगी भिण्डी तथा पत्ता गोभी लगभग 50 प्रतिशत  नुकसान पहुंचा है। राम नरेश की आधे एकड़ में लगी बैगन खराब हो गई। उपसंचालक उदयानिकी सुरेश ठाकुर का कहना के आंधी से सबसे ज्यादा केला एवं पपीता की फसल को नुकसान पहुंची है। जिले के किसानों ने लगभग 500 हेक्टेयर में केला एवं 300 एकड़ में पपीते की फसल ली है। वहीं उप संचालक कृषि संदीप कुमार भोई का कहना है कि रबी मूंग व उड़द की फसलों बारिश व ओलावृष्टि से क्षति पहुंची है। जिले में लगी गेहूं एवं चने की पूरी फसल पहले ही किसान काट चुके हैं।


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