दुर्ग

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भिलाई नगर, 1 मई। शहर के मध्य एमएसएमई सूचना केंद्र एवं परिवहन सुविधा प्रारंभ करने की दिशा में ठोस पहल भारत सरकार के सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय के अधीन संचालित सूक्ष्म , लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई ) टेक्नोलॉजी सेंटर, रसमड़ा का निरीक्षण बुधवार को चैम्बर ऑफ कॉमर्स एवं स्वावलंबी भारत अभियान के वरिष्ठ पदाधिकारियों द्वारा संपन्न हुआ।
निरीक्षण के दौरान दुर्ग-भिलाई क्षेत्र के शहरी एवं ग्रामीण युवाओं के प्रशिक्षण और रोजगार के नए अवसरों पर गंभीरता से चर्चा की गई। निरीक्षण के मुख्य बिंदु एमएसएमई सूचना केंद्र की स्थापना का निर्णय रहा।
निरीक्षण के दौरान यह सामने आया कि रसमड़ा स्थित टेक्नोलॉजी सेंटर की जानकारी दुर्ग-भिलाई क्षेत्र के अधिकांश युवाओं तक नहीं पहुँच पाई है। परिणामस्वरूप, वे भारत सरकार की महत्वपूर्ण सेवाओं से वंचित हैं।इस स्थिति के समाधान हेतु शहर के मध्य एक एमएसएमई सूचना केंद्र खोलने का प्रस्ताव तैयार किया गया, जिससे युवाओं को केंद्र से जुड़ी समस्त जानकारी सरलता से प्राप्त हो सकेगी।
युवाओं के लिए परिवहन सुविधा का प्रस्ताव रखा गया
यह भी प्रस्तावित किया गया कि औद्योगिक इकाइयों से (कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी) के तहत सहयोग लेकर, दुर्ग-भिलाई के विभिन्न वार्डों एवं ग्रामीण इलाकों से रूस्रूश्व सेंटर तक बस सेवा प्रारंभ की जाएगी, ताकि युवाओं को प्रशिक्षण केंद्र तक सुगमता से पहुँचने की सुविधा मिल सके।
निरीक्षण के दौरान प्रमुख रूप से अजय भसीन प्रदेश महामंत्री, चैम्बर ऑफ कॉमर्स संजय चौबे (प्रांत सह समन्वयक, स्वावलंबी भारत ) उपस्थित थे। अभियान टेक्नोलॉजी सेंटर का उद्देश्य एमएसएमई सेक्टर को तकनीकी सहायता प्रदान करना है। उद्योगों के लिए प्रशिक्षित मानव संसाधन तैयार करना,नई तकनीक, डिजाइन और उत्पादन क्षमताओं का विकास करना, युवाओं को उच्च स्तरीय तकनीकी प्रशिक्षण प्रदान करना भविष्य में चैम्बर ऑफ कॉमर्स और स्वावलंबी भारत अभियान संयुक्त रूप से युवाओं के स्किल डेवलेपमेंट और इंटर्नशिप के लिए व्यापक योजना तैयार करेंगे। स्वदेशी उत्पादों और स्वावलंबन को बढ़ावा देते हुए दुर्ग-भिलाई क्षेत्र के युवाओं को आत्मनिर्भरता की दिशा में प्रोत्साहित किया जाएगा। यह जानकारी मिडिया प्रभारी शंकर सचदेव ने दी।