धमतरी

5 करोड़ का पेमेंट शेष, नहीं मिली एलओसी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
धमतरी, 26 मार्च। पीएचई विभाग धमतरी द्वारा शासन के आदेश के मुताबिक 24 मार्च को ट्रेजरी में चेक बुक जमा कर दी है। ठेकेदारों को आस थी कि भले ही पिछले कई महीनों से भुगतान नहीं हुआ है मगर मार्च में भुगतान हो ही जाएगा मगर ठेकेदारों को निराशा ही हाथ आई। ठेकेदार सोच में पड़ गए हैं कि अब किस प्रकार और कब पेमेंट होगा और वह लोगों को क्या जवाब देंगे और नया काम किस प्रकार करेंगे ।
ठेकेदारों का कहना है कि यह उनके साथ पहली बार हो रहा है कि मार्च में भी पूर्ण किए गए कार्यों का भुगतान नहीं किया गया है।
ठेकेदारों का कहना है कि विभाग के नीचे से ऊपर तक से सभी अधिकारियों का पूरा ध्यान जल जीवन मिशन के टेंडर लगाने में है पूर्व के शेष पेमेंट के लिए ठीक प्रकार से प्रयास नहीँ किया गया जिसके फलस्वरूप एलओसी नहीं आई और ठेकेदारों के पेमेंट नहीं हो पाया ।
पीएचई धमतरी में राज्यमद, रनिंग वाटर, मिनिमाता, नाबार्ड जैसे अलग अलग मदों में लगभग 5 करोड़ का पेमेंट शेष है।
मार्च वित्तीय वर्ष का आखिरी माह होता है हर साल मार्च में सारा पेमेंट क्लियर कर दिया जाता है मगर इस वर्ष एल ओ सी नहीं मिलने से ठेकेदारों के पेमेंट नहीं हुआ जिससे कम पूंजी के ठेकेदारों के सामने आर्थिक संकट आन पड़ा है । मार्च क्लोजिंग के कारण व्यापारियों के तगादे बढ़ गए हैं और ठेकेदारों को जवाब देते नहीँ बन रहा है। कुछ ठेकेदार ने विभागीय मंत्री को भी अलग अलग माध्यम से पेमेंट न होने की समस्या से अवगत कराया है मगर उन्हें निराशा ही हाथ आई है।
जल्द राज्य सरकार को पत्र से कराएंगे अवगत
इस मामले में ‘छत्तीसगढ़’ ने धमतरी विधायक रंजना साहू से बात की तो उन्होंने कहा कि मात्र पीएचई ही नहीं अधिकतर विभागों में ठेकेदारों से काम करा लिया गया और उनका पेमेंट नहीं हो रहा है और बिना पुराने पेमेंट के बचे हुए कामों को करने के लिए दबाव बनाया जा रहा है । ठेकेदारों में डर का माहौल उत्पन्न हो गया है । वे शीघ्र ही राज्यसरकार को पत्र के माध्यम से वास्तु स्थिति अवगत कराते हुए ठेकेदारों द्वारा सम्पादित किए गए कार्यों का जल्द भुगतान करने की मांग करेंगी।