धमतरी

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कुरुद, 21 अप्रैल। कुरुद और मगरलोड के बीच महानदी पर बने मेघा पुल के धंसकने के सात महिने बाद यहाँ पर हाईलेवल नया पूल बनाने का काम शुरू कर दिया गया है। पूल टुटने के बाद न्यू ब्रिज के लिए पुरी ताकत लगाकर सरकार से करोड़ों रुपये स्वीकृत कराने वाले विधायक अजय चन्द्राकर लगातार सेतु निगम के अधिकारियों की बैठक लेकर तय समय में पूल तैयार कराने में जुटे हैं।
गौरतलब है कि कुरुद विधानसभा को दो भागों में विभाजित करने वाला महानदी पर 1994 में बना मेघा पुल 21 सितम्बर 2024 को धंसक गया था। इस पुल के टुटने से रोज हजारों लोगों को भारी परेशानी उठानी पड़ रही थी। साथ ही नदी के इस पार से उस पार तक आवागमन बंद होने से दोनों ही ओर का व्यापार ढप्प पड़ गया। कुरुद मंडी तक किसानों की पहुंच नही होने से किसानों को अपनी उपज कम दामों पर बेचनी पड़ी। पूर्व मंत्री श्री चन्द्राकर के प्रयास और जन दबाव को देखते हुए नगरीय निकाय एवं त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के पूर्व सरकार ने क्षेत्रवासियों को फौरी राहत देने अस्थायी एप्रोच रोड़ तैयार करवाया था, जिससे अभी यातायात जारी है। सेतु निगम रायपुर संभाग की देखरेख में जिला धमतरी के कुरुद-मेघा-मगरलोड के महानदी में किलोमीटर 10/10 पर उच्चस्तरीय पूल एवं पहुँच मार्ग निर्माण का ठेका रायपुर के एक निजी कंट्रक्शन कंपनी को दिया गया है। इसके लिए विभाग ने 4696.67 लाख रुपये की प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान कर जनवरी 2025 में वर्क आर्डर जारी किया है।
सेतु निगम के एसडीओ इंद्राज सिंग ने बताया कि फरवरी 2027 तक पुल बनाकर देने का अनुबंध कर चुकी निर्माण एजेंसी ने विभाग द्वारा तय मापदंड के मुताबिक तमाम तरह की तकनीकी जांच के बाद 4 अप्रैल से पाईल्स का काम शुरू कर दिया है। तकनीकी अधिकारियों की देखरेख में मेघा पुल निर्माण का काम तेज गति से जारी है।
लेकिन इस बड़े प्रोजेक्ट का काम शुरू करने से पहले क्षेत्र में किसी जनप्रतिनिधि के हाथों से भूमिपूजन नहीं कराया गया। इसको लेकर अधिकारियों का कहना है कि सीएम ने अपने धमतरी दौरे के समय इस पुल निर्माण का भी शीला पूजन कर दिया था।।