धमतरी

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
धमतरी, 01 अप्रैल। धमतरी में गणगौर पूजा की धूम रही। यह व्रत विशेष रूप से सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र और सुखी जीवन के लिए रखती है। हर साल चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को गणगौर पर्व मनाया जाता है। इस साल 31 मार्च को पर्व मनाया गया। धमतरी में राजस्थानी गौड़ ब्राह्मण समाज, माहेश्वरी समाज, अग्रवाल समाज आदि ने पर्व मनाया। विधि-विधान से पूजा के बाद शाम को सिहावा चौक स्थित महावर धर्मशाला से विसर्जन शोभायात्रा निकली।
राजस्थानी गौड़ ब्राह्मण महिला मंडल द्वारा सोमवार को सुबह जगदीश मंदिर परिसर में गणगौर की पूजा की गई। प्रियंका शर्मा, सरोज शर्मा, आशा श्रोती ने बताया कि ईसर एवं गौर की प्रतिमा की पूजा करते हुए प्रसाद स्वरूप खीर, पूड़ी, गुणा का भोग लगाया गया। विवाहित महिला द्वारा होली उत्सव के दूसरे दिन से गणगौर पूजा की जाती है। 16 दिनों बाद सामूहिक पूजा कर विसर्जित किया जाता है। शाम को जगदीश मंदिर से शोभायात्रा निकाली गई।
इस अवसर पर नीलू शर्मा, बबली राजोरिया, बरखा शर्मा, ज्योति शर्मा, कांता चौबे, रुचि चौबे, विशाखा शर्मा, वंदना श्रुति, ललिता शर्मा, दुर्गा इंदौरिया, अलका शर्मा, सविता इंदौरिया के अलावा अन्य महिलाएं शामिल हुई।
हरदिहा साहू समाज में की पूजन
माहेश्वरी समाज द्वारा हरदिहा साहू समाज भवन में गणगौर पूजा रखी गई। तीज के अवसर पर सामूहिक रूप से ईसर भगवान की पूजा कर अखंड सौभाग्यवती की कामना की। गीत गाकर सामूहिक रूप से गणगौर गीत गाए। पश्चात सामूहिक रूप से भोजन किया। शाम को सुनीता राठी निवास से गणगौर की शोभायात्रा निकली, जो मठ मंदिर तक पहुंची। इसके बाद रुद्री में जंवारा और गणगौर का विसर्जन किया गया। इस दौरान माहेश्वरी महिला मंडल सहित समाजजन मौजूद थे।