धमतरी

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
धमतरी, 9 मार्च। जिले में किसानों को हाईटेक किया जा रहा है। धमतरी के जितने भी किसान हैं, उनका अपना एक अलग से फार्मर कार्ड होगा। आधार कार्ड की तरह इसका उपयोग होगा। किसी भी योजना का लाभ लेने किसानों को दस्तावेजी तैयारी के लिए बार-बार आधार कार्ड, बी-वन, नक्शा-खसरा आदि सब्मिट करना पड़ता है। अब यह काम केवल फार्मर कार्ड के जरिए फार्मेलिटी पूरी हो सकेगी।
जिले में 1 लाख से ज्यादा किसानों का फार्मर कार्ड बनेगा। अब तक 32 हजार किसानों का पंजीयन हुआ है। कृषि से संबंधित तमाम योजनाओं के लाभ लेने फार्मर आईडी जरूरी होगा। अब पीएम-किसान सम्मान, फसल बीमा एवं कृषि से संबंधित अन्य योजनाओं का लाभ फार्मर आईडी के आधार पर ही दिया जाएगा।
48190 हेक्टेयर है कुल क्षेत्रफल
जिले का कुल क्षेत्रफल 4 लाख 8 हजार 190 हेक्टेयर क्षेत्रफल है, जिनमें से 2 लाख 37 हजार 736 हेक्टेयर क्षेत्रफल में खेती-किसानी होती है। इसमें खरीफ सीजन में 1 लाख 44 हजार 912 हेक्टेयर तथा रबी में 99 हजार 524 हेक्टेयर क्षेत्रफल में किसानी होती है। खरीफ में सिंचित एरिया 1 लाख 20 हजार क्षेत्रफल तथा रबी में सिंचित एरिया 70 हजार 250 हेक्टेयर है। जिले में कुल पंजीकृत किसान 1 लाख 34 हजार 516 है, जिनमें से बीते खरीफ सीजन में धान बेचने के लिए 1 लाख 27 हजार किसानों ने सोसाइटियों में पंजीयन कराया था। इनमें से 88 हजार 480 किसानों को स्वाइल हेल्थ कार्ड जारी किया गया है। कार्ड बन जाने से किसानों को कई तरह की सुविधाएं मिलेगी।
किसानों को होगा फायदा
कृषि विभाग के उप-संचालक मोनेश साहू ने बताया कि किसानों के लिए फॉर्मर कार्ड तैयार हो रहा है। यह पहचान पत्र केंद्र एवं राज्य सरकार के सौजन्य से बनाए जा रहे हैं, जिसमें भूमि, पशु एवं बुआई की गई फसलों के साथ किसानों से संबंधित विभिन्न विवरण होंगे। इस कार्ड के माध्यम से कई बीमा योजनाओं का लाभ मिलेगा। जिस तरह आधार कार्ड जरूरी होता है, उसी तरह किसानों के लिए नया कार्ड शुरू होने वाला है। इसका सबसे बड़ा लाभ यह है कि एक बार फार्मर आईडी बनने के बाद किसानों को बार-बार केवाईसी कराने की जरूरत नहीं पड़ेगी। पंजीयन के लिए प्रधानमंत्री कृषक सम्मान निधि के लाभान्वित किसानों को आधार बनाकर फार्मर कार्ड के लिए पंजीयन किया जा रहा है। ग्राम पंचायतों के अलावा च्वाइस और स्वयं के मोबाइल से भी किसान फार्मर कार्ड के लिए अपना पंजीयन करा सकते हैं।