धमतरी

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
धमतरी, 9 मार्च। कोलियारी, खरेंगा, जोरातराई सडक़ 32 किमी निर्माणाधीन है, लेकिन ठेकेदार निर्माण काम में लापरवाही बरते रहे है। ग्रामीणों ने पीडब्ल्यूडी और ठेकेदार को घेरकर 8 मार्च को विरोध जताया, जिसके बाद ईई संतोष नेताम ने ठेकेदार को निविदा शर्तों के मुताबिक ही सडक़ निर्माण काम पूरा करने चेताया। सडक़ 84 करोड़ में बनेगी।
सडक़ की गुणवत्ता पर आक्रोशित ग्रामीणों ने लोक निर्माण विभाग के ईई संतोष नेताम, एसडीओ मनीष साहू तथा ठेकेदार को घेरा। सडक़ में उपयोग होने वाली सामग्रियों जिसमें काली मिट्टी डाले जाने पर ग्रामीणों ने नाराजगी जताई। कहा कि रोड के दोनों ओर निविदा शर्तों के अनुसार काम हो। काली मिट्टी से सडक़ फटेगा, जिस पर संबंधित अधिकारी ने तुरंत निर्देश देकर मिट्टी हटाने कहा। सडक़ पर जितने भी पुल निर्मित हुए हैं, उन्हें लेवल कर आजू-बाजू को ठीक तरीके से व्यवस्थित करने चेताया।
सडक़ निर्माण संघर्ष समिति की गीतेश्वरी साहू ने कहा कि सडक़ की लड़ाई लडऩे पर सडक़ बन रही है, लेकिन ठेकेदार निर्माण काम में लापरवाही बरते रहे। सडक़ की गुणवत्ता से समझौता बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
विरोध के दौरान हिरेंद्र साहू, दयाराम साहू, राजेंद्र शर्मा, ऋषभ देवांगन, किरण साहू, भगवती विश्वकर्मा, चोखे साहू, काशीराम साहू, कार्तिक साहू, ईश्वरी साहू, गगन साहू, रूमलाल साहू, हीरा दास, रामाधार साहू, शिवकुमार साहू उपस्थित थे।
5 साल में सडक़ हादसे में 17 की मौत
कोलियारी से जोरातराई तक की दूरी करीब 32 किमी है, जो 24 गांवों से होकर गुजरता है। रास्ते पर कोलियारी, कानीडबरी, अमेठी, कलारतराई, बंजारी, परसुली, दर्री, खरेंगा, सारंगपुरी, भरारी, देवपुर, दोनर, ढीमरटीकुर, सेमरा, सिवनीखुर्द, बारना, जोरातराई, सेलदीप, मंदरौद, झुरानवागांव, कातलबोड, चर्रा गांव आते हैं। रास्ते में 32 स्कूल हैं। इसके अलावा कई रेत की वैध व अवैध खदानें हैं। इस मार्ग पर जर्जर सडक़ की वजह से 5 साल में 17 लोगों की मौत हुई है।