धमतरी

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
धमतरी, 8 मार्च। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस का जिला स्तरीय कार्यक्रम विंध्यवासिनी मंदिर स्थित सामुदायिक भवन में आयोजित हुआ। इस कार्यक्रम में शामिल अतिथियों ने मातृ शक्ति का वंदन किया। महिलाओं को देश-प्रदेश के सामाजिक-आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण सहभागिता निभाने के लिए कृतज्ञता व्यक्त की। यह कार्यक्रम महतारी वंदन सम्मेलन के रूप में मनाया गया। जिले में विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिलाओं को सम्मानित किया।
मुख्य अतिथि महापौर रामू रोहरा थे। उन्होंने कहा कि महिलाओं को उनका हक दिलाने राज्य और केन्द्र सरकार कई कार्यक्रम चला रहे हैं। बिना किसी भेदभाव के मातृ शक्ति को उनका हक दिलाने कई अभूतपूर्व निर्णय भी सरकारों ने लिए हैं। महिलाओं को अब 50 फीसदी आरक्षण मिल रहा है, जिससे घर की चारदीवारी से बाहर निकलकर महिलाएं कई दूसरे क्षेत्रों में भी बढक़र हिस्सा ले रहीं हैं। छत्तीसगढ़ की महतारी वंदन योजना में महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने और उन्हें आत्मसम्मान से जीने की राह दिखाई है। सरकार किसी भी दल की हो, आएंगी-जाएंगी, लेकिन मातृ शक्ति का सम्मान हमेशा होना चाहिए। उन्होंने धमतरी नगर निगम में एमआईसी के गठन के समय भी नारी शक्ति को अधिक से अधिक मौका देने की बात भी कार्यक्रम में कही।
कदम मिलाकर आगे बढ़ रहीं महिलाएं- कलेक्टर
कलेक्टर अबिनाश मिश्रा ने कहा कि आज के जमाने में महिलाएं सभी क्षेत्रों में पुरूषों के साथ कदम से कदम मिलाकर आगे बढ़ रहीं हैं। महिलाओं की सहभागिता से ही हम अपने प्रदेश और देश को विकास के रास्ते पर बहुत आगे ले जा सकते हैं। धमतरी में महिला शक्ति का उदाहरण देकर बताया कि जिले की एक युवा महिला उद्यमी ने देश के सबसे बड़े बिजनेस शो ’शार्क टैंक’’ में धमतरी का प्रतिनिधित्व किया है। महिला शक्ति की अनेक कहानियां हैं। एवरेस्ट फतह हो या आईआईटी, आईआईएम में पढ़ाई हो या बड़ी फैक्ट्रियां और कार्यालय-संस्थान चलाने की बात हो, महिलाएं सभी क्षेत्रों में आगे बढ़ रहीं हैं। जिले में विभिन्न क्षेत्रों में अच्छा काम करने वाली महिलाओं को आगे लाने, उन्हें प्रोत्साहित करने के साथ कमजोर वर्ग की महिलाओं को आगे बढ़ाने के लिए जिला प्रशासन हरसंभव प्रयास करेगा। इसके लिए विस्तृत योजनाएं बनाई जाएंगी और महिलाओं को उचित मदद भी उपलब्ध कराई जाएगी।
पालन-पोषण, शिक्षा-दीक्षा पर फोकस
शासकीय कन्या उमावि की प्राचार्य बीनू मैथ्यू ने पालकों से बेटी-बेटे पर समान रूप से ध्यान देने और उनका पालन-पोषण, शिक्षा-दीक्षा करने पर जोर दिया। उन्होंने बेटियों को परिवार बढ़ाने वाली सबसे पहली सामाजिक कड़ी बताया। उन्होंने बेटियों को किसी से कम नहीं समझने, मान-सम्मान देने और उनमें आत्मविश्वास जागृत करने की शुरूआत अपने घरों से ही करने का आह्वान कार्यक्रम में उपस्थित लोगों से किया। कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष नेहरू राम निषाद, रंजना साहू समेत कई जनप्रतिनिधि और बड़ी संख्या में महिलाएं, महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी-कर्मचारी तथा अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे।