धमतरी

धमतरी जिपं मेें भाजपा उम्मीदवारों की बड़ी जीत
07-Mar-2025 3:17 PM
धमतरी जिपं मेें भाजपा उम्मीदवारों की बड़ी जीत

अध्यक्ष अरुण सार्वा और उपाध्यक्ष गौकरण साहू निर्विरोध चुने गए

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
धमतरी, 7 मार्च।
जिले में आज जिला पंचायत अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद के लिए चुनाव प्रक्रिया सफलतापूर्वक संपन्न हुई। इस चुनाव में भारतीय जनता पार्टी समर्थित उम्मीदवारों ने भारी बहुमत के साथ जीत दर्ज की। अरुण सार्वा को जिला पंचायत अध्यक्ष और गौकरण साहू को उपाध्यक्ष पद के लिए निर्विरोध चुना गया।

धमतरी जिला पंचायत में कुल 13 वार्ड हैं, जिनमें से 11 वार्डों पर भाजपा के सदस्य काबिज हैं, जबकि कांग्रेस के पास केवल 2 सदस्य हैं। बहुमत के इस समीकरण को देखते हुए कांग्रेस ने कोई प्रत्याशी मैदान में नहीं उतारा, जिससे भाजपा के लिए यह जीत आसान हो गई।

भाजपा की रणनीतिक जीत
निर्विरोध निर्वाचन को भाजपा की एक बड़ी रणनीतिक जीत के रूप में देखा जा रहा है। इस नतीजे के बाद भाजपा कार्यकर्ताओं और समर्थकों में उत्साह है। चुनाव परिणाम घोषित होते ही पार्टी कार्यालयों और कार्यकर्ताओं के बीच जश्न का माहौल देखा गया।

कांग्रेस की स्थिति
जिले में कांग्रेस की कमजोर स्थिति एक बार फिर सामने आई है। महज दो सदस्यों के साथ पार्टी के लिए चुनावी मैदान में उतरना संभव नहीं था। स्थानीय राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि कांग्रेस के कमजोर संगठन और भाजपा की मजबूत पकड़ के चलते यह परिणाम सामने आया है।

नवनिर्वाचित अध्यक्ष और उपाध्यक्ष का बयान
नवनिर्वाचित जिला पंचायत अध्यक्ष अरुण सार्वा ने कहा, हम जिले के विकास और जनता की सेवा के लिए पूरी प्रतिबद्धता से कार्य करेंगे। यह जीत जनता का आशीर्वाद है और हम सभी को साथ लेकर जिले को नई ऊंचाइयों तक ले जाएंगे। वहीं, उपाध्यक्ष गौकरण साहू ने भी जनता का आभार जताते हुए कहा कि वे ग्रामीण क्षेत्रों के विकास के लिए पूरी मेहनत करेंगे और पंचायत स्तर पर योजनाओं को प्रभावी रूप से लागू करेंगे।

भविष्य की चुनौतियाँ और उम्मीदें
भाजपा के लिए यह जीत महत्वपूर्ण है, लेकिन अब जिले में विकास कार्यों को गति देना एक बड़ी जिम्मेदारी होगी। जल आपूर्ति, सडक़ निर्माण, स्वास्थ्य सुविधाओं और शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने की दिशा में कार्य करने की आवश्यकता है।

इस जीत के साथ भाजपा ने जिला पंचायत पर अपना मजबूत नियंत्रण स्थापित कर लिया है, जिससे आने वाले समय में जिले की राजनीति में नए समीकरण बन सकते हैं।


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