धमतरी

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
धमतरी, 5 मार्च। भारत सरकार द्वारा जिले को डिजिटल फसल सर्वेक्षण के लिए पायलट प्रोजेक्ट में चयनित किया है। जिसमें 3.53 लाख खसरों की भूमि पर लगी रबी फसलों का सर्वेक्षण 25 मार्च तक पूरा करने का लक्ष्य है। इसमें गांव के 10वीं पास युवा, मोबाइल धारक सर्वेयर बनेगा। कलेक्टर ने राजस्व विभाग के अधिकारियों को निर्धारित समय में काम पूरा करने कहा है।
जिले में लगी रबी फसलों का सर्वे कर निर्धारित पोर्टल और मोबाइल एप में जानकारी दर्ज की जाएगी। कलेक्टर ने इस सर्वे को निर्धारित तिथि तक पूरा करने संबंधित गांवों के 10वीं पास और मोबाइलधारक युवाओं को सर्वेयर बनाने के निर्देश दिए हैं। ऐसे सर्वेयरों को फसल सर्वेक्षण के बारे में प्रशिक्षित करने और किसी भी तकनीकी त्रुटि के निराकरण, जरूरी सहयोग के लिए राजस्व निरीक्षक दीपचंद भारती को जिम्मेदारी सौंपी है।
18 साल पूर्ण, महिला-पुरूष कोई भी होगा सर्वेयर
जिले में खरीफ मौसम में लगी फसलों का भी डिजिटल सर्वे कराया गया था, लेकिन खरीफ मौसम में काम करने वाले सर्वेयरों की उपलब्धता रबी मौसम में कम होने के कारण सर्वे का काम प्रभावित हुआ है। काम को तेजी से पूरा करने नए सर्वेक्षणकर्ताओं का चयन होगा। चयन की जिम्मेदारी पटवारी के माध्यम से तहसीलदार द्वारा किया जाएगा। सर्वेक्षणकर्ता 18 वर्ष की आयु पूर्ण कर चुके पुरूष या महिला हो सकते हैं। इनका 10वीं कक्षा पास होना जरूरी होगा। सर्वेक्षणकर्ता के पास स्वयं का इंटरनेटयुक्त मोबाइल होना भी अनिवार्य है। सामान्यत: संबंधित गांव के निवासी को ही सर्वेक्षणकर्ता बनाया जाएगा, लेकिन योग्य व्यक्ति गांव में उपलब्ध नहीं होने पर नजदीकी गांव या कृषि विज्ञान केन्द्र या कृषि एवं उद्यानिकी महाविद्यालय के विद्यार्थियों को भी सर्वेक्षणकर्ता बनाया जा सकेगा।
एक खतरे का मिलेगा 10 रुपए मानदेय
सर्वेक्षणकर्ताओं को मोबाइल एप के माध्यम से फसलों का सर्वे कर पोर्टल अपलोड करने और स्वीकृत होने हर एक खसरे के लिए 10 रूपए का मानदेय दिया जाएगा। सर्वेक्षणकर्ताओं के काम की मॉनिटरिंग प्रतिदिन आधार पर संबंधित पटवारियों द्वारा की जाएगी। सर्वेयर द्वारा की गई प्रविष्टियों का सत्यापन राजस्व निरीक्षक करेंगे। नए चयनित किए गए सर्वेयरों को राजस्व निरीक्षक मंडल स्तर पर प्रशिक्षण दिया जाएगा।