धमतरी

शहर के 600 नल कनेक्शन होंगे शिफ्ट, वार्डों का सर्वे कर शुरू किया काम
22-Feb-2025 3:39 PM
शहर के 600 नल कनेक्शन होंगे शिफ्ट, वार्डों का सर्वे कर शुरू किया काम

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
धमतरी, 22 फरवरी।
नगर निगम धमतरी 34 करोड़ की लागत से वाटर ट्रीटमेंट नहर किनारे लगाया है, लेकिन नालियों से होकर गुजरी पेयजल पाइप लाइन को दुरूस्त नहीं किया जा सका। अब ऐसे नल कनेक्शनों का चिह्नांकन कर नाली से बाहर शिफ्टिंग काम शुरू हो गया है। करीब 600 नल कनेक्शन शिफ्टिंग होगा।

नहर किनारे करीब 34 करोड़ से वाटर ट्रीटमेंट प्लांट बनाकर सभी 40 वार्डों में पाइप लाइन बिछाई गई। करीब 18 हजार नल कनेक्शन दिया है, लेकिन कार्य एजेंसी द्वारा बरती गई अनियमितता का खामियाजा आम जनता भुगत रहे। नालियों से गुजरी नल कनेक्शन हटाने सभी 40 वार्डों में सर्वे कराया गया, जिसमें ऐसे करीब 1500 नल कनेक्शन का चिन्हांकन हुआ है। बीते सालों में करीब 900 नल कनेक्शन को बाहर शिफ्ट किया है। इसके बाद भी 600 कनेक्शन बचे थे, जिसे निगम प्रशासन नाली से बाहर निकाल रही है।

इन वार्डों में ज्यादा शिकायत
नल कनेक्शन में लीकेज की सबसे ज्यादा शिकायतें दानीटोला, रामसागर पारा, गोकुलपुर, बांसपारा, मराठापारा, बनियापारा, रिसाईपारा, आमापारा, महंत घासीदास वार्ड, साल्हेवार पारा, कोष्टापारा, ब्राम्हणपारा, मोटर स्टैंड वार्डों में है। ऐसे कनेक्शन को नाली से बाहर निकालने 2 टीम बनाई हैं। करीब 600 नल कनेक्शन को जल्द शिफ्टिंग करने कहा है।

शहर की हैं 1.25 लाख आबादी
शहर की जनसंख्या करीब 1.25 लाख है। पानी देने के लिए 40 किमी छोटी-बड़ी पाइपलाइन है। 20562 नल कनेक्शन हैं। 18 हजार भागीरथी नल शामिल हैं। 40 वार्डों में से एक भी ऐसा वार्ड नहीं है, जहां पाइपलाइन नालियों से न गुजरी हो। पाइपलाइन में सडऩ, लीकेज और जोड़ में गंदगी जमी है। गंदा पानी रिसकर घरों तक पहुंचता है। नालियों का बैक्टीरिया पानी के साथ जाकर डायरिया फैलने का कारण बन सकता है।

गंदे पानी से जल जनित बीमारी की आशंका
विशेषज्ञ डॉक्टरों के मुताबिक दूषित पानी पीने से पीलिया, हैजा, टाइफाइड जैसी गंभीर बीमारी का खतरा होती है। वायरल इंफेक्शन से टाइफाइड और पीलिया जैसी खतरनाक बीमारियां फैलने की आशंका बनी रहती है। दूषित पानी घर में पहुंच रहा, तो उपयोग में न लाएं। खास तौर पर बारिश में पानी उबालकर ही पीएं। 
 


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