धमतरी

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
धमतरी, 21 फरवरी। धमतरी में टीबी रोग मुक्त के लिए चलाए जा रहे कार्यों को देखने दिल्ली से केन्द्रीय टीम पहुंची। डिप्टी कमिश्नर डॉ. विनय गर्ग के नेतृत्व में पहुंची 4 सदस्यीय टीम ने जिला अस्पताल में टीबी रोग विभाग में जांच और उपचार पद्धति का निरीक्षण किया। ट्रू-नॉट और सीबी नॉट मशीन से ही जांच करने के निर्देश दिए है। केन्द्र सरकार ने भारत को टीबी मुक्त बनाने 100 दिवसीय टीबी उन्मूलन अभियान चला रहा है।
केन्द्र सरकार ने इसकी शुरुआत बीते 7 दिसंबर 2024 से किया है, जिसमें 100 दिनों के अंदर टीबी मुक्त करने का लक्ष्य है। 20 फरवरी को केन्द्र सरकार की एक उच्च स्तरीय 4 सदस्य टीम धमतरी पहुंची। टीम में डिप्टी कमिश्नर डॉ. विनय गर्ग, राज्य से डा. मनीष मसीह, डॉ. रोचक सक्सेना, डॉ. सचिन चन्द्राकर शामिल थे। यह टीम करीब डेढ़ घंटे तक रूककर टीबी रोग विभाग में जांच-पड़ताल की। मरीजों के रिकार्ड देखे।
ट्रू-नॉट व सीबी नॉट मशीन से ही जांच होगी
पहले जिला अस्पताल में टीबी रोग की जांच के लिए माइक्रोस्कोप से इस्तेमाल होता था, जिसे बंद करा दिया है। अब यहां ट्रू-नॉट मशीन और सीबी नॉट मशीन से ही टीबी रोग की जांच होगी। इस अभियान का उद्देश्य विशेष रूप से असुरक्षित आबादी के लिए टीबी के मामलों का पता लगाने, निदान में होने वाली देरी को कम करने और उपचार के परिणामों को बेहतर बनाते हुए टीबी के खिलाफ लड़ाई को तेज करना है। निरीक्षण के बाद केन्द्रीय डिप्टी कमिश्नर विनय गर्ग ने जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. यूएल कौशिक और सिविल सर्जन डॉ. अरुण टोंडर को टीबी उन्मूलन के कार्यों में और तेजी लाने निर्देश दिए।