धमतरी

नाम वापसी के बाद नगर सरकार की उभरने लगी तस्वीर
01-Feb-2025 2:56 PM
नाम वापसी के बाद नगर सरकार की उभरने लगी तस्वीर

नपं कुरुद में अध्यक्ष के 4, पार्षद पद के 37 उम्मीदवार मैदान में

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कुरुद, 1 फरवरी।
नाम वापसी के बाद नगर पंचायत कुरुद के 15 वार्डों के लिए पार्षद पद के 37 एवं अध्यक्ष पद के 4 उम्मीदवार मैदान में हंै। इस बार एक वार्ड में दो भाई आमने-सामने भाग्य अजमा रहे हैं। इसके अलावा पति-पत्नी भी चुनाव मैदान में उतरे हैं। एक नाटकीय घटनाक्रम के बाद कांग्रेस के एक अधिकृत पार्षद प्रत्याशी ने पंजा चिन्ह में लडऩे की जगह निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर अध्यक्ष और वार्ड मेंबर का चुनाव लडऩे का ऐलान किया है। 

नगरीय निकाय चुनाव 2025 अंतर्गत होने वाले नगर पंचायत कुरुद में अध्यक्ष एवं पार्षद पदों के लिए 11 फरवरी को मतदान होगा। स्क्रूटनी एवं नाम वापसी के  पश्चात 31 जनवरी को रिटर्निंग अधिकारी ने प्रत्याशियों की नामों की घोषणा कर चुनाव चिन्ह आबंटित कर दिया है। जिसके तहत कुरुद में अध्यक्ष के लिए भाजपा से ज्योति भानू चंद्राकर चुनाव चिन्ह कमल छाप, कांग्रेस से तपन चंद्राकर पंजा छाप, आम आदमी पार्टी से विनोद सचदेवा झाड़ू एवं निर्दलीय योगेश चंद्राकर स्लेट (पट्टी) चुनाव चिन्ह मिला है।

ज्ञात हो कि नगर पंचायत कुरुद में अध्यक्ष सहित पार्षद पदों के लिए कुल 49 लोगो ने नामांकन दाखिल किया था। जिसमे अध्यक्ष पद के लिए दाखिल किये गए नाम से भानु चंद्राकर, यमुना कंवर, मूलचंद सिन्हा ने अपना नाम वापस ले लिया। इसके बाद अध्यक्ष के चार व पार्षद के 37 प्रत्याशी मैदान में डटे है।

इस बार दो सगे भाई कमलेश ध्रुव और अर्जुन ध्रुव एक ही वार्ड से भाजपा और कांग्रेस की टिकट पर पार्षद का चुनाव लड़ रहे हैं। इसी तरह वार्ड क्रमांक 7 पत्नी उर्वशी चन्द्राकर और 3 में पति रजत चन्द्राकर एक ही चुनाव चिन्ह पर भाग्य आजमा रहे हैं। 

यहाँ एक उल्लेखनीय घटना घटी है जिसमें पहले कांग्रेस ने अपने प्रवक्ता योगेश कुर्मी को वार्ड क्रमांक 8 से पार्षद पद का उम्मीदवार घोषित किया था। लेकिन उन्होंने अध्यक्ष पद के लिए भी पर्चा भर दिया। अब वे एक साथ अध्यक्ष और पार्षद पद के लिए निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं। कांग्रेस ने इस वार्ड में अपने डमी प्रत्याशी मुकेश साहू को पंजा का सहारा दिया है। 

मतदान के दस दिन बचे होने से पार्टी और प्रत्याशी दिन रात एक कर जनसंपर्क में जुटे हैं। मोहल्लों में राजनीतिक पार्टी के झंडे नजऱ आने लगे हैं। प्रचार प्रसार के मामले में अब तक यहाँ भाजपा आगे दिख रही है। लगातार बैठक लेकर विधायक अजय चन्द्राकर पार्टी मिशनरी को एक्टिव कर रहे हैं। जबकि विपक्ष में प्रत्याशी और संगठन के बीच तालमेल के अभाव साफ नजऱ आ रहा है। जिससे कांग्रेस में हमेशा की तरह कन्फ्यूज की स्थिति लग रही है।

इन सब के बीच निर्वाचन आयोग और जागरूक नागरिकों द्वारा निष्पक्ष मतदान के लिए सोशल मीडिया में मिम्स और पोस्टर के जरिए अभियान चलाया जा रहा है। जिसमें भय या प्रलोभन से मुक्त होकर योग्य उम्मीदवार चुनने के लिए मतदाताओं को प्रेरित किया जा रहा है।
 


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