धमतरी

दिल्ली पब्लिक स्कूल के वार्षिकोत्सव में सीएम हुए शामिल
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
धमतरी, 25 दिसंबर। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि उत्साह से भरे स्कूली बच्चों से जब भी मैं मिलता हूं, मुझमें भी नई ऊर्जा का संचार हो जाता है। आप लोग छत्तीसगढ़ का भविष्य हैं। सभी बच्चे खूब पढ़ें और अपने संस्कार को कभी न छोड़ें। बच्चे कच्ची मिट्टी के घड़े की तरह होते हैं, उनके शिक्षक और अभिभावक उन्हें आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
धमतरी के सांकरा में डीपीएस स्कूल के वार्षिकोत्सव अनुभव 2024 में मुख्यमंत्री शामिल हुए। इस समारोह में नाती वेदांश कंवर का डांस देखकर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय भी मुस्कुराते हुए खूब ताली बजाते रहे। उन्होंने हाथ उठाकर बच्चों का मनोबल बढ़ाया। मुख्यमंत्री के नाती वेदांश कंवर ने कार्यक्रम में परफार्म करते हुए ‘लुंगी डांस- लुंगी डांस’ सांग पर ग्रुप डांस किया। श्री साय ने कहा कि मेरे शिक्षकों ने जो शिक्षा और संस्कार मुझे दिए, उसकी बदौलत मैं आज यहां खड़ा हूं।
सांस्कृतिक ज्ञान और मूल्यों पर फोकस
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लाई गई राष्ट्रीय शिक्षा नीति में आधुनिक ज्ञान विज्ञान के साथ ही हमारे प्राचीन सांस्कृतिक ज्ञान और मूल्यों पर भी जोर दिया गया है। हमने प्राथमिक शिक्षा मातृ-भाषा में बच्चों को शिक्षा देने की व्यवस्था की है। स्कूली बच्चों को समृद्ध इतिहास और संस्कृति के बारे में शिक्षा दी जा रही है। इसके साथ ही आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस और रोबोटिक्स के बारे में भी पढ़ा रहे हैं। इन सबका उद्देश्य यह है कि हमारे स्कूली बच्चे रामायण और महाभारत की कहानियां भी जाने और सूचना प्रौद्योगिकी में आ रहे नये बदलावों से भी परिचित हों। किसी भी क्षेत्र में सफलता पाने के लिए शिक्षा जरूरी है। शिक्षा विकास का मूलमंत्र है। हम लोगों ने समाज की भागीदारी से स्कूलों में न्योता भोज आरंभ किया है। इसमें लोग अपना जन्मदिन अब सरकारी स्कूलों में बच्चों के बीच मनाते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वर्ष 2047 में विकसित भारत के लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए हमने विकसित छत्तीसगढ़ का विजन तैयार किया है।
प्रदेश में 341 स्कूलों का चयन
हमारी डबल इंजन सरकार ने शिक्षा के क्षेत्र में अभूतपूर्व निर्णय लिए हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश के बेटे और बेटियों को प्रदेश में ही बेहतर शिक्षा प्राप्त हो रही है। हमारी सरकार प्रयास स्कूल के माध्यम से आवासीय सुविधा उपलब्ध कराते हुए बच्चों को गुणवत्ता युक्त शिक्षा प्रदान कर रही है। प्रदेश में 341 स्कूलों का चयन पीएमश्री स्कूल के रूप में किया गया है। यहां शिक्षा के लिए अच्छी अधोसंरचना तथा स्मार्ट क्लास की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में राष्ट्रीय स्तर के सभी प्रमुख शैक्षणिक संस्थान संचालित किए जा रहे हैं। इस अवसर पर डीपीएस स्कूल के शिक्षक एवं पालक बड़ी संख्या में उपस्थित थे।