धमतरी

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कुरुद, 11 दिसंबर। मंगलवार को ध्रुव गोंड समाज कुरूद तहसील द्वारा शहीद वीर नारायण सिंह का शहादत दिवस मनाया गया। जिसमें वक्ताओं ने छत्तीसगढ़ के प्रथम शहीद को याद करते हुए उनके कार्यों का बखान किया। समाज के लोगों ने उनके बताए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया।
शहीद वीर नारायण सिंह चौक बायपास रोड कुरूद में 10 दिसंबर को आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि नगर पंचायत अध्यक्ष तपन चंद्राकर ने बताया कि19वीं सदी में सोनाखान के राजा वीर नारायण सिंह ने जमींदारों के गोदाम से अनाज निकाल कर गरीबों में बांट लोगों को भोजन के प्राकृतिक अधिकार दिलाने का काम था। हालांकि उस समय अंग्रेजों का शासन था, लेकिन अनाज के गोदाम जमींदारों के कब्जे में थे। शहीद हुए नारायण सिंह से हमें प्रेरणा लेनी चाहिए।
पूर्व अध्यक्ष ज्योति भानू चंद्राकर ने कहा कि वीर नारायण सिंह के क्रांतिकारी विचारों को समुदाय विशेष तक ही सीमित रखा गया है, जबकि उन्होंने देश की आजादी के लिए अपना सब कुछ न्योछावर कर दिया था। अतिथियों एवं समाजिक पदाधिकारियों ने शहीद नारायण सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की। तत्पश्चात पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष रविकांत चंद्राकर ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम सेनानी नारायण सिंह एक सच्चे देशभक्त व गरीबों की मसीहा थे। उन्होंने हमेशा गरीबों के अधिकारों के लिए अंग्रेजों के खिलाफ लड़ाई लडी़। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे देवनाथ नेताम ने भी अपने विचार रखें।
इस अवसर पर मालकराम साहू, ललित ठाकुर, भूपेंद्र नेताम, संतोष सोरी, बसंत ध्रुव, पोखराज नेताम, फलेंद्र ध्रुव, राधेश्याम मांडवी, बोधन छेदैया, बिसहत ध्रुव, अर्जुन, रामायण, राजकुमारी, केजई बाई, तुमेश्वरी, राजू ध्रुव, कामता कुंजाम आदि उपस्थित थे।।