धमतरी

निगम ने तालाबों में विसर्जन पर लगाया प्रतिबंध, शहर में विराजित हैं 500 से ज्यादा प्रतिमाएं
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
धमतरी, 15 सितंबर। आगामी 17 सितंबर को हवन-पूजन व अनंत चतुर्दशी के साथ गणेश प्रतिमा विसर्जन का सिलसिला शुरू होगा।
नगर निगम द्वारा रूद्रेश्वर घाट के महानदी में प्रतिमा विसर्जन के लिए तैयारी शुरू किया है। महानदी किनारे जेसीबी से विसर्जन कुंड बनाया गया। शहर के किसी भी तालाबों में गणेश प्रतिमा का विसर्जन नहीं होगा।
निगम उपायुक्त व नोडल अधिकारी पीसी सार्वा ने 14 सितंबर को अधिकारी-कर्मचारियों की बैठक ली। विसर्जन के लिए आमा तालाब, शीतला तालाब, बानिया तालाब और रुद्री बैराज में निगम कर्मचारियों की ड्यूटी लगेगा। गणेश विसर्जन के लिए आने वाले आयोजक और समिति व अन्य लोगों के लिए रुद्री बैराज में अलग से पूजन सामग्री के विसर्जन करने कुंड बनाया है। प्रतिमा विसर्जन के लिए 2 क्रेन रहेगी।
सीसीटीवी से निगरानी
17 सितंबर को दोपहर 2 बजे से गणेश प्रतिमा का विसर्जन शुरू होगा। रुद्री बैराज में बेरिकेटिंग, सीसीटीवी कैमरा, लाइटिंग के अलावा माइक लगाई जाएगी। रूद्रेश्वर घाट में पेयजल एवं सफाई व्यवस्था भी लगातार होगी। सफाई कर्मचारियों की ड्यूटी भी लगाई गई है। दिन-रात की मॉनिटरिंग के लिए अधिकारी-कर्मचारियों की नियुक्ति की गई है। शहर में करीब 500 से ज्यादा सार्वजनिक समितियों द्वारा छोटी-बड़ी मूर्तियां स्थापित की है। इसके अलावा महानदी में आसपास गांवों से भी बड़ी संख्या में प्रतिमाएं विसर्जन के लिए रुद्री आती है।
बैठक में प्रभारी कार्यपालन अभियंता महेंद्र जगत, सहायक अभियंता प्रकृति जगताप, स्वास्थ्य अधिकारी मोहम्मद शेर खान, उप अभियंता कमलेश ठाकुर, लोमश देवांगन, नमिता नागवंशी, राजस्व निरीक्षक देवेश चंदेल, संदीप आदि मौजूद रहे, जिन्हें जिम्मेदारियां बांटी गई है।