धमतरी

गांव में 20 हैंडपंप बंद, शकरवारा में सिर्फ 1 बोर बना सहारा
04-Apr-2023 2:48 PM
गांव में 20 हैंडपंप बंद, शकरवारा में सिर्फ 1 बोर बना सहारा

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
धमतरी, 4 अप्रैल।
गर्मी के दिनों में शकरवारा गांव में पेयजल के लिए 20 हैंडपम्प हैं, जिनमें से सभी बंद हो गए है। लोगों को एक-एक बाल्टी पानी के लिए भटकना पड़ रहा है।
सोमवार को नए बोर खनन की मांग को लेकर कलेक्टोरेट पहुंचे मुड़पार के आश्रित गांव शकरवारा के ग्रामीणों ने बताया कि उनके गांव के पास पूरे छत्तीसगढ़ को पानी देकर हरित क्रांति लाने वाला गंगरेल बांध हैं, इसके बावजूद ग्रामीणों को पेयजल संकट का सामना करना पड़ हैं। गांव में भूमिगत जलस्तर काफी नीचे चला गया हैं। ग्रामीण सुजित यादव, पेमन निषाद, हेमलाल सिन्हा ने बताया कि पेयजल व्यवस्था के लिए शासन की ओर से शकरवारा में 20 हैंडपंप स्थापित किया गया हैं। अप्रैल के पहले सप्ताह में सभी के सभी बीस हैंडपंप बंद हो गए हैं। इन हैंडपंपों में 220 फीट में भी पानी नहीं हैं। उन्होंने बताया कि गांव में 2 सरकारी बोर भी है, जिनमें एक बंद हो गया है। ऐसी स्थिति में करीब एक हजार की आबादी को सिर्फ एक बोर पर आश्रित होना पड़ गया है।  

काम भी नहीं मिल रहा
गांव की महिला रमोतीन बाई, आराधना बाई, शांति यादव ने कलेक्टर से मांग की है कि अधिकारियों की टीम को गांव में भेजकर सर्वे कराए। इसके बाद बंद पड़े हैंडपंप को सुधार कर पानी की समस्या को दूर करें। ग्रामीणों ने गांव में मनरेगा के तहत काम भी खुलवाने की मांग की।
 


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