धमतरी
मूल्यांकन में छात्रों के 20 से 40 अंकों की हुई बढ़ोत्तरी
धमतरी, 19 नवंबर। जिले में 3 सरकारी शिक्षकों के मूल्यांकन काम में घोर लापरवाही उजागर हुई है। मूल्यांकन के दौरान छात्राओं को 20 से 40 अंक की बढ़ोत्तरी हुई। मामले में तीनों शिक्षकों को माध्यमिक शिक्षा मंडल ने 3 साल के लिए मूल्यांकन काम से वंचित कर दिया है। साथ ही डीईओ ने निर्णयानुसार शास्ति अधिरोपित की गई। इसमें एक महिला शिक्षक भी शामिल है।
शिक्षा विभाग के मुताबिक छत्तीसगढ़ शिक्षा मंडल रायपुर द्वारा आयोजित हाई व हायर सेकेंडरी स्कूल परीक्षा साल 2020 की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन धमतरी सहित प्रदेशभर के विभिन्न जिलों में कराया। हाई स्कूल परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन में हिन्दी विशिष्ट के लिए कुरूद ब्लॉक के शासकीय उमावि सेलदीप में पदस्थ व्याख्याता प्रेमानंद मंडावी, गणित विषय के लिए धमतरी ब्लॉक के शासकीय उमावि में पदस्थ व्याख्याता दिलीप यादव और हायर सेकेंडरी परीक्षा की उत्तर पुस्तिका के रसायन शास्त्र विषय के मूल्यांकन में धमतरी के शासकीय उमावि संबलपुर में पदस्थ व्याख्याता नम्रता जाधव ने मूल्यांकन कार्य में लापरवाही बरती। तीनों शिक्षकों को माशिमं ने 3 वर्षों के लिए मूल्यांकन कार्य से वंचित किया है।
डीईओ बृजेश वाजपेई ने बताया कि मूल्यांकन कार्य में लापरवाही बरतने पर 3 शिक्षकों पर कार्रवाई हुई। श्रेणी- 1 के तहत जिनके मूल्यांकन में छात्रों के 20 से 40 अंकों की बढ़ोत्तरी हुई है, इस श्रेणी के तहत आने वाले मूल्यांकनकर्ताओं को 3 वर्षों के लिए मूल्यांकन कार्य से वंचित किया गया है।
उन्हें गुण-दोष के आधार पर परीक्षा समिति द्वारा लिए गए निर्णयानुसार शास्ति अधिरोपित की गई है।


