धमतरी

ट्रकों में जीपीएस लगाने के आदेश से ट्रांसपोर्टर आक्रोशित
10-Nov-2022 3:40 PM
ट्रकों में जीपीएस लगाने के आदेश से ट्रांसपोर्टर आक्रोशित

कहा- आदेश रद्द नहीं लेने पर नहीं करेंगे धान का परिवहन

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
धमतरी, 10 नवंबर। 
सरकारी धान खरीदी केन्द्रों से धान उठाव के लिए परिवहन कार्य में लगे ट्रकों में जीपीएस सिस्टम लगाने की अनिवार्यता का ट्रक आपरेटरों ने विरोध किया हैं। उनका कहना है कि गाड़ी में पहले से ही जीपीएस लगा हैं, अब उन्हें और नए जीपीएस सिस्टम लगाने के लिए कहा जा रहा है।

बुधवार दोपहर 12 बजे बड़ी संख्या में ट्रक आपरेटर अधारी नवागांव स्थित डीएमओ दफ्तर पहुंचे। प्रशासन के नए फरमान को लेकर विरोध जताने लगे। ट्रक यूनियन के प्रमुख जगजीवन सिंह सिद्दू, अरविंदर सिंह मुंडी,ओमप्रकाश साहू ने कहा कि धमतरी के ट्रक आपरेटर सालों से धान का परिवहन कर रहे हैं,लेकिन अब परिवहनकर्ता द्वारा नए-नए नियम लादने से उनकी परेशानी बढ़ गई हैं।

उन्होंने बताया कि यूनियन के जरिए शहर में करीब 500 ट्रकें चलती हैं। इसके अलावा राइस मिलरों की करीब 100 ट्रकें भी इस कार्य में संलग्न हैं। इन सभी गाडिय़ों में पहले से ही जीपीएस सिस्टम लगा हुआ हैं। अब नए परिवहनकर्ता और डीएमओ पुन: ट्रक में नए सिरे से जीपीएस सिस्टम लगाने का फरमान जारी कर दिया हैं।

ट्रक आपरेटर अभिषेक ठाकुर,विक्रम पांडेय, अमित अग्रवाल, मनबोध साहू ने बताया कि एक जीपीएस सिस्टम लगाने में करीब 7 से 8 हजार रुपए का खर्च आता है। इसके अलावा हर महीने साढ़े 7 सौ रुपए रिचार्ज/मेंटनेंस खर्च आता है। नए सिरे से लगाने में परेशानी होगी।

सर्वर नहीं तो क्या फायदा
ट्रक आपरेटर जर्नादन सोनी, सौरभ लिखी, इकबाल खान का कहना है कि जीपीएस सिस्टम शहर के नजदीक शंकरदाह, भोयना, चिटौद फड़ में काम नहीं करता। सर्वर नहीं मिलने के कारण धान परिवहन में संलग्न ट्रकों को दो से तीन दिनों तक खड़ा रखना पड़ जाता हैं।

धमतरी में ही कर रहे परेशान
ट्रक आपरेटर सुरेन्द्र जुनेजा, अंबे सिंग, दुर्गेश गुरूपंचायन, भूपेश सिन्हा ने बताया कि पड़ोसी जिले बालोद,कांकेर, दुर्ग, रायपुर, गरियाबंद, महासमुंद कहीं भी धान परिवहन के लिए वाहन में जीपीएस लगाना अनिवार्य नहीं हैं तो फिर धमतरी में ही परेशान किया जा रहा है।
 


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