धमतरी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कुरुद, 8 नवंबर। बरसों से जिस चबूतरे पर बैठ रोजी रोटी कमा रहे दर्जनों हितग्राहियों ने आज नगर पंचायत कार्यालय के सामने पसरा लगा कर अपने विस्थापन की मांग उठाई। इस मुद्दे पर भाजपा ने नपं अध्यक्ष के खिलाफ पहले से ही मोर्चा खोल रखा है, फुटकर व्यापारियों का साथ देने पहुंचे भाजपाईयों ने भी पीडि़तों के पक्ष में और व्यवस्था के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
गौरतलब है कि मंगलवार को कुरुद में साप्ताहिक बाजार लगता है जिसमें धमतरी, रायपुर, राजिम, भिलाई, दुर्ग सहित आसपास के छोटे बड़े व्यापारी आकर अपना कारोबार वर्षों से करते आ रहे हैं। ऐसे ही लोगों के लिए नया बाजार में भाजपा नेतृत्व वाली परिषद ने 2006 में ओपन कव्हर शेड बनवाया था। जिसमें से एक चबूतरे को तोडक़र वर्तमान परिषद ने वहां शापिंग मॉल बनवाने का निर्णय लिया। उक्त स्थान पर बैठ सालों से धंधा करने वाले 32 छोटे व्यवसायी नगर पंचायत के इस फैसले का विरोध करने लगे। लेकिन रविवार को भारी पुलिस बल की मौजूदगी में उस चबूतरे को तोड़ दिया गया। विरोध स्वरूप मंगलवार सुबह से ही पीडि़त फुटकर व्यापारियों ने नगर पंचायत कार्यालय के सामने अपना पसरा लगा लिया।
धमतरी के ऊषा विनित गुप्ता, ईश्वर, मनोहर, गोपी, सचिन, नागेन्द्र देवांगन, मधु जांगड़े, व्यास नारायण। जयप्रकाश देवांगन राजिम, तोषण देवांगन भोथली, बल्लूराम देवांगन कुरुद ने 2008 से 2020 तक नगर पंचायत में जमा हजारों रुपए के टेक्स रसीद दिखाकर बताया कि हम बाप दादा के समय से कुरुद बाजार में कपड़ा और बर्तन बेचने आ रहे हैं। जब से उन्हें चबूतरा आबंटित हुआ तब से उसी स्थान में बैठकर रोज़ी रोटी कमा रहे थे, लेकिन बिना कोई नोटिस दिए नगर पंचायत ने चबूतरा तोड हमें बेदखल कर दिया है। जिसके विरोध में हमने नगर पंचायत कार्यालय के सामने अपनी दुकानें लगा इंसाफ की गुहार लगा रहे है।
पीडि़त पक्ष का कहना है कि हम जहां बैठते थे उस ठिऐ को ज़मींदोज़ कर दिया गया है, अब हमें उसी जगह पर लागत मूल्य में दुकान बना कर दिया जाए, नहीं तो हम अपने अधिकार की लडाई लड़ते रहेंगे।
छोटे व्यापारियों का समर्थन करने पहुंचे ज्योति चन्द्राकर, भारती पंचायन, लक्ष्मी रेड्डी, जागृति साहू, पदमा ठाकुर, रविकांत चन्द्राकर, भानु चंद्राकर, मोहन अग्रवाल, कृष्णकांत साहू, मूलचंद सिन्हा, किशोर यादव,भूपेंद्र सिन्हा, संजय चन्द्राकर आदि भाजपाईयों ने नगर पंचायत प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।


