धमतरी
अतिक्रमण हटाने पहुंचा निगम का अमला नोटिस थमा लौटा
सुभाष साहेब
धमतरी, 15 सितंबर। शहर में अवैध निर्माण धड़़ल्ले से हो रहे हैं। तकरीबन रोजाना निगम तक अवैध निर्माण की शिकायत पहुंच रही है, लेकिन निगम का अमला चुनिंदा शिकायतों पर ही गौर कर रहा है। खास बात यह है कि पिछले 9 साल में एक भी अवैध निर्माण नहीं हटाए गए हैं। यही नहीं, एक शिकायत पर अतिक्रमण हटाने पहुंचा निगम का अमला नोटिस देकर लौट आया।
नगर निगम के अफसरों ने आज तक अतिक्रमणकारियों के खिलाफ कोई बड़ी कार्रवाई नहीं की। अतिक्रमण रोकने के लिए 9 साल पहले अतिक्रमण रोधी टीम बनाई। अफसर कर्मचारियों को जिम्मेदारी दी। टीम ने इन 9 सालों में एक भी कार्रवाई नहीं की है। बल्कि इस टीम के खिलाफ लेनदेन की शिकायतें आने लगी।
तत्कालीन कमिश्नर आशीष टिकरिया ने मामले की छानबीन की तो उन्होंने सालभर पहले अतिक्रमण रोधी टीम को भंग की। शहर में अतिक्रमण की जांच करने के लिए इंजीनियरों को जिम्मेदारी दी गई, लेकिन नगर निगम में राजनीतिक हस्तक्षेप ज्यादा रहता है। जानकारों का कहना है कि पार्षद या अन्य जनप्रतिनिधि जहां कहते हैं, जैसा कहते हैं वैसी नाली, सडक़ बना दी जाती है। न तो तकनीकी सर्वे करते हैं और न ही पानी निकासी सहित अन्य जरूरी बिंदुओं का आंकलन किया जाता है।
बताया गया कि शांति कॉलोनी के पास घासीदास वार्ड के पास सुरेश वल्र्यानी को खसरा नंबर 411/88 कुल रकबा 2681 वर्गफीट जमीन में भूतल 1125 वर्गफीट व प्रथम तल 1125 वर्गफीट निर्माण की अनुमति मिली है। शिकायत है कि वल्र्यानी ने अनुमति विपरीत भूतल 3100 वर्गफीट व प्रथम तल 3100 वर्गफीट कुल 6200 वर्गफीट में निर्माण किया है। द्वितीय तल में भी निर्माण चालू है। शिकायत करने वाले सन्मुखदास बुधवानी, महेश कुमार चावला, राजेश कुमार, मनीश बुधवानी, मनीष कुमार अग्रवाल, आशीष पाटीकार, रौनक अग्रवाल प्रदीप कुमार सेठिया ने बताया है कि शांति कॉलोनी के आगे जमीन खरीदी है। पंजीयन कराया गया। मध्यस्थता करने वाले व्यक्ति ने जमीन बेचने के समय 20 फीट का रास्ता आने जाने के लिए दिया है।
कुल रकबा 2681 वर्गफीट के नक्शा पास होने पर कॉपी निकाली गई तो पता चला कि आने जाने के लिए दी गई जमीन पर करीब 5 फीट अतिक्रमण किया गया है। 15 फीट का रास्ता बचा है। शिकायत करने वालों ने निगम कमिश्नर, कलेक्टर सहित राज्यपाल तक यह शिकायत की गई। शिकायत के बाद निगम प्रशासन ने कॉम्प्लेक्स बनाने वाले सुरेश वल्र्यानी को 2 बार नोटिस दिए। तीसरी बार अफसर खुद मौके पर गए। बात की व नियम विरुद्ध किए निर्माण को हटाने, सडक़ के मुद्दे के निराकरण के लिए सीमांकन कराने कहा। सडक़ से तय दूरी तक पक्का निर्माण हटाने के लिए 3 दिन का समय दिया है।
सामाजिक कार्यकर्ता मोहित पटेल, देवेंद्र यादव, गणेश पटेल ने कहा कि शहर में जगह-जगह अवैध निर्माण जारी है। मंडी के पास मरम्मत की अनुमति लेकर 2 मंजिला तक दुकानें बनाईं।
रत्नाबांधा चौक पर चारों ओर नियम विरुद्ध, बगैर अनुमति के निर्माण हैं। कॉप्लेक्स खड़े हो गए हैं। सभी पर कार्रवाई होनी चाहिए। नगर निगम में अनुमति देने में पैसे के लेनेदन का बड़ा खेल चल रहा है। इसकी शिकायत कलेक्टर से भी की थी। जांच कराने कहा था। मगर आगे कुछ नहीं हुआ।


