धमतरी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
धमतरी, 21 अगस्त। आषाढ़, सावन व भादो में हुई अच्छी वर्षा ने इस साल सभी बांध लबालब हो गए हैं। गंगरेल बांध में जलभराव अधिक होने से 2 बार बांध के सभी गेटों को खोलने की नौबत आ गई। मुरूमसिल्ली बांध लबालब होने से 3 साल बाद सायफन खुला, जबकि दुधावा व सोंढूर बांध लबालब भरा हुआ है। पहली बार ऐसा हुआ, जब डेढ़ महीने में गंगरेल बांध के सभी 14 गेट 2 बार खुले हैं। धमतरी सहित कैचमेंट एरिया में इस साल अच्छी वर्षा हुई है। बांधों में पानी की आवक होने से जिले के गंगरेल, मुरूमसिल्ली, सोंढूर व दुधावा बांध इन दिनों लबालब भरा हुआ है। इसके बाद भी वर्षा हो रही है, ऐसे में बांधों के छलकने की नौबत समय-समय पर आ रही है।
31 टीएमसी पानी गंगरेल में भराव
जल संसाधन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार गंगरेल बांध में 31 टीएमसी से अधिक जलभराव है। इसमें उपयोगी जल 26 टीएमसी है। बांध में 5056 क्यूसेक पानी की आवक बनी हुई है। 3910 क्यूसेक पानी बांध से छोड़ा जा रहा है। गंगरेल बांध 98 प्रतिशत भर गया है। मुरूमसिल्ली बांध में साढ़े पांच टीएमसी से अधिक जलभराव है। बांध के सायफन से 406 क्यूसेक पानी बहाया जा रहा है। जबकि बांध में 441 क्यूसेक पानी की आवक बनी हुई है। बांध 99 प्रतिशत भर चुका है। दुधावा बांध में करीब 10 टीएमसी जलभराव है। जबकि बांध में पानी की आवक बनी हुई है। यहां 96 प्रतिशत जलभराव है। सोंढूर बांध में 6 टीएमसी से अधिक जलभराव है। बांध 90 प्रतिशत भर चुका है।
17 जुलाई व 15 अगस्त को
2 बार खुले गंगरेल के गेट
इस साल समय से पहले जिले के सभी चारों बांध लबालब भर गया है। गंगरेल बांध में अधिक पानी होने से इस साल दो बार सभी 14 गेटों को खोलने की नौबत आई। शुरुआत में 17 जुलाई को पानी छोड़ा गया। दूसरी बार 15 अगस्त को करीब डेढ़ लाख क्यूसेक पानी की आवक होने के कारण सभी 14 गेटों से पानी छोड़ा गया।
तीन साल बाद खुला सायफन
मुरूमसिल्ली बांध एशिया का पहला सायफन सिस्टम बांध है, जहां बांध के लबालब होने पर सायफन अपने आप खुल जाता है। पिछले 3 साल बाद इस साल मुरूमसिल्ली बांध में लबालब पानी भरा हुआ है। बांध का सायफन अभी खुला हुआ है। सायफन से पानी बहाया जा रहा है। जिले के सभी बांध लबालब होने के बाद गंगरेल समेत सभी बांधों को देखने के लिए सैलानियों की भीड़ पहुंच रही है।


