धमतरी

विश्व आदिवासी दिवस: जल, जंगल-जमीन पर अधिकार जताकर आदिवासियों ने मनाया उत्सव
10-Aug-2022 3:08 PM
विश्व आदिवासी दिवस: जल, जंगल-जमीन पर अधिकार जताकर आदिवासियों ने मनाया उत्सव

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
धमतरी, 10 अगस्त।
विश्व आदिवासी दिवस पर 9 अगस्त को नगरी में सर्व आदिवासी समाज ने कार्यक्रम आयोजित किया। कृषि उपज मंडी प्रांगण में आयोजित कार्यक्रम में सिहावा विधायक लक्ष्मी ध्रुव ने समाजजनों को संबोधित करते हुए कहा कि जल जंगल और जमीन का रक्षक एवं पोषक आदिवासी ही हैं। उन्होंने आगे कहा कि पिछले साढ़े 3 साल में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में प्रदेश के आदिवासियों का सतत विकास हुआ है। उन्हें वन अधिकार अधिनियम के तहत आजीविका का हक दिलाया। जंगल से जुड़े आदिवासियों के लिए मिलेट मिशन लाकर कोदो कुटकी को प्रदेश सरकार ने बढ़ावा दिया।

कलेक्टर पीएस एल्मा ने राज्यपाल अनुसूइया उइके के द्वारा प्रेषित प्रतिवेदन का वाचन करते हुए कहा कि स्वास्थ्यगत कारणवश वह कार्यक्रम में शामिल नहीं हो पाईं। उन्होंने राज्यपाल की तरफ से उपस्थित समाजजनों को विश्व आदिवासी दिवस की शुभकामनाएं दी। समाज के शहीद वीर नारायण सिंह, गुंडाधुर, बिरसा मुंडा जैसी विभिन्न हस्तियों के योगदान का उल्लेख किया। राज्यपाल के प्रतिवेदन का वाचन करते हुए कलेक्टर ने आगे कहा कि देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद राष्ट्रपति के तौर पर आदिवासी समाज की द्रौपदी मुर्मू का निर्वाचित होना बेहद गौरवशाली और ऐतिहासिक है।

समाज के प्रतिभाओं का सम्मान
विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य करने वाले आदिवासी समाज के प्रतिभाशाली युवक-युवतियों को प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया। समाज कल्याण विभाग की ओर से गीता मरकाम, वासुदेव दीवान, उत्तरा हल्बा, पवन कुमार, चंद्रभान को मोटराइज्ड ट्रायसिकल एवं अखिलेश ध्रुव, वीरेन्द्र कुमार और लेखराम को दिव्यांगजन विवाह प्रोत्साहन योजना के तहत 50-50 हजार रूपए का चेक मंचस्थ अतिथियों के द्वारा प्रदान किया गया। इसके अलावा आदिवासी विकास विभाग की ओर से नगरीय क्षेत्र के 17 व्यक्तिगत वन अधिकार पत्र (0.304 हेक्टेयर के लिए) स्वीकृत कर हितग्राहियों को वितरित किया गया।

स्टाल लगाकर विभागीय योजनाओं की दी जानकारी
मंडी परिसर नगरी में कार्यक्रम स्थल पर कृषि विभाग, मत्स्य पालन, समाज कल्याण, श्रम, आदिवासी विकास, उद्यानिकी विभाग, स्कूल शिक्षा और जनसंपर्क विभाग द्वारा स्टॉल लगाकर विभागीय योजनाओं की जानकारी दी गई। कार्यक्रम में आदिवासी युवक युवतियों एवं छात्र छात्राओं के द्वारा आकर्षक पारम्परिक लोक नृत्य प्रस्तुत किया गया।
 


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