धमतरी
कुरुद मंडी भारसाधक समिति के प्रथम सम्मेलन में खुलासा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कुरुद, 21 जुलाई। कृषि उपज मंडी में भार साधक समिति का प्रथम सम्मेलन हुआ, जिसमें किसान हित के कई प्रस्ताव पारित किए गए।
ज्ञात हो कि कुरुद कृषि उपज मंडी को प्रदेश की बड़ी मंडियों में शुमार किया जाता रहा है। जिसकी सालाना आय करोड़ों में होती है। लेकिन पूर्ववर्ती सरकार के अनिर्णय के चलते यहां पिछले 11 सालों से अधिकारी और चंद रसूखदार व्यापारियों की चलती रही है। मंडियों में किसानों को शोषण से बचाने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रदेश भर में भारसाधक समिति के तौर पर अध्यक्ष-उपाध्यक्ष सहित विभिन्न क्षेत्रों से सदस्य मनोनीत किया है, ताकि किसानों को यहां संपूर्ण सुविधा प्रदान की जा सके। इसी के तहत कुरुद मंडी में नीलम चन्द्राकर को अध्यक्ष मनोनीत किया है।
बुधवार को मंडी सभाकक्ष में आयोजित भारसाधक समिति का प्रथम सम्मेलन में सचिव राजकुमार रात्रे ने स्टाफ से सभी सदस्यों का परिचय कराया।
सम्मेलन को संबोधित करते हुए अध्यक्ष श्री चन्द्राकर ने कहा कि सभी कर्मचारी अपना व्यवहार संयमित रखें और नम्र भाव से किसानों से पेश आएं। क्योंकि किसान भाइयों के हितों की पूर्ति के लिए ही मंडी बनाई गई है, और इसके सही संचालन की जिम्मेदारी सरकार ने हमें दी है।
बैठक में मंडी प्रशासन की ओर से बताया गया कि अनेकों व्यापारियों ने 11 वर्षों से काम्प्लेक्स का किराया अदा नहीं किया है, सालों से किराया भी नहीं बढ़ाया गया है। समिति ने बकायादारों को नोटिस जारी करने एवं प्रति तीन वर्ष में दस फीसदी किराया बढ़ाने का फैसला किया। साथ ही भखारा में दस नया काम्प्लेक्स निर्माण की सहमति प्रदान की।
बैठक में उपाध्यक्ष प्रमोद साहू, व्यापारी प्रतिनिधि हितेन्द्र केला , बिसौहा साहु, कोमल सिन्हा, बिशाखा साहू, लीना कोसरे सहित मंडी कर्मचारी उपस्थित थे।


