धमतरी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
धमतरी, 20 जून। गातापार निवासी लुकेश्वर साहू की 15 जून को शहर के निजी अस्पताल में संदिग्ध मौत हो गई। परिजनों ने पुलिस की पिटाई से मौत का आरोप लगाया है। सडक़ पर शव रखकर हंगामा किया था। अब कलेक्टर पीएस एल्मा ने इसकी न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं। लुकेश्वर की मौत कैसे हुई, इसकी एक महीने में कुरूद एसडीएम आरके कृपाल जांच करके रिपोर्ट देंगे।
कुरूद के गातापार निवासी लुकेश्वर साहू की मौत हो गई थी। उन्हें स्वास्थ्य खराब होने की वजह से 15 जून की रात को परिजनों ने अस्पताल में लाकर भर्ती किया था। मौत से परिजन आक्रोशित हो गए। इसके बाद अस्पताल से शव बिरेझर चौकी लेकर आ रहे थे। इसकी जानकारी पुलिस को हुई, तो रास्ते में ही परिजनों को रोक दिया। इसके बाद खूब हंगामा हुआ। पुलिस की पिटाई से मौत का आरोप उसके बेटे प्रकाश साहू ने लगाया। साथ ही पिता से 30 हजार रुपए मांगने का भी गंभीर आरोप लगाया है।
छेडख़ानी के आरोप में पुलिस ने बुलाया
एक महिला ने 9 जून को गातापारा निवासी लुकेश्वर साहू (40) के खिलाफ छेड़छाड़ की लिखित शिकायत की। दूसरे दिन 10 जून को बिरेझर पुलिस ने लुकेश्वर को चौकी बुलाया था। पूछताछ हुई। इसके बाद धारा 151 के तहत कार्रवाई की गई। जमानत पर लुकेश्वर छूटा। घर लौट गया। 14 जून को उसकी तबीयत बिगड़ी, तो परिजनों ने शहर के निजी अस्पताल में लाकर भर्ती कराया। उसकी मौत हो गई।
परिजनों के आरोप के बाद एसपी प्रशांत ठाकुर ने दंडाधिकारी जांच प्रस्तावित की। कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी पीएस एल्मा इससे सहमत हुए। लुकेश्वर की मौत की दंडाधिकारी जांच की घोषणा की। एसडीएम कुरूद आरके कृपाल को जांच अधिकारी नियुक्त किया।
एसडीएम इन 4 बिंदु
पर करेंगे जांच
- मृतक लुकेश्वर साहू की मृत्यु किन परिस्थितियों में हुई?
- उसकी मौत का क्या कारण है?
- मृतक की मृत्यु के लिए यदि कोई जिम्मेदार है, तो उत्तर दायित्व का निर्धारण हो?
- अन्य बिन्दु जो जांच अधिकारी एसडीएम आरके कृपाल उचित समझे।


