धमतरी

जिला अस्पताल में खुलेगा डायलिसिस सेंटर निशुल्क होगा इलाज, विशेषज्ञ डॉक्टर होंगे तैनात
13-May-2022 3:19 PM
जिला अस्पताल में खुलेगा डायलिसिस सेंटर निशुल्क होगा इलाज, विशेषज्ञ डॉक्टर होंगे तैनात

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
धमतरी, 13 मई।
जिला अस्पताल में डायलिसिस की सुविधा नहीं होने से मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ता था। डायलिसिस के लिए मरीजों को या तो प्राइवेट अस्पताल या फिर रायपुर जाना पड़ता है। जिले के किडनी संबंधी रोगियों को अब बड़ी राहत मिलने वाली है। जिला अस्पताल में जल्द ही डायलिसिस मशीन आ रही हैं। जिला अस्पताल में मशीन आ जाने से उन्हें यह सुविधा यहीं मिल जाएगी।

जिला अस्पताल में डायलिसिस सुविधा पीपीपी मोड पर होने वाली है। इसकी स्थापना के लिए एस्काग संजीवनी कंपनी के 2 अधिकारी निरीक्षण कर लौट गए है। उन्होंने स्थापित होने वाले वार्ड का निरीक्षण किया। परिसर में बनाए गए वृद्ध जन वार्ड में 4 बेड का डायलिसिस सेंटर स्थापित किया जाएगा।

जून में खुलेगा डायलिसिस सेंटर
जून माह के अंतिम सप्ताह में डायलिसिस सेंटर शुरू हो जाएगा। इसमें स्टाफ कंपनी की ओर से रहेगा। जिसमें दो टेक्निशियन, सफाई कर्मचारी और एक डॉक्टर कंपनी की ओर से उपलब्ध रहेंगे। बैकअप के लिए जिला अस्पताल के एक स्पेशलिस्ट और एक मेडिकल स्पेशलिस्ट होंगे।

पूरी सुविधा नि:शुल्क होगी
डायलिसिस की सुविधा पूरी तरह नि:शुल्क होगी जिसमें आयुष्मान कार्ड की भी जरूरत नहीं होगी, सिर्फ जिला चिकित्सालय के डॉक्टरों की सलाह पर डायलिसिस किया जाएगा। वर्तमान में 4 वार्ड स्थापित किया जाएगा। एक अतिरिक्त बेड रिजर्व में रखा जाएगा। इसका मेंटेनेंस सफाई, सैनिटाइजेशन सारी चीजें कंपनी की ओर से रहेगी। अमूमन एक डायलिसिस में निजी अस्पताल में 2600 रु का खर्च आता है और व्यक्ति को कम से कम 1 सप्ताह में दो बार डायलिसिस की जरूरत पड़ जाती है। उसके पैसे की बचत जिला अस्पताल में करवाने पर हो जाएगी।

क्या है डायलिसिस
किडनी शरीर के सबसे जरूरी अंगों में से एक है। यदि किडनी ना हो तो व्यक्ति जीवित नहीं रह सकता है, ऐसे में कई बार जीवनशैली में परिवर्तन और अनुवांशिकता के कारण कुछ लोगों की किडनियां खराब हो जाती हैं जिसे हम किडनी फेल होना कहते हैं, ऐसी स्थिति में किडनी को  जीवित रखने के लिए डायलिसिस का सहारा लिया जाता है।'

डायलिसिस के द्वारा किडनी के खराबी के कारण शरीर में जमा हुए खराब उत्पादों और अधिक पानी को बाहर निकाला जाता है। डायलिसिस की वजह से लोगों को आर्थिक बोझ का सामना करना पड़ता है। अब सरकार की पहल पर धमतरी जिला अस्पताल में डायलिसिस सेंटर स्थापित होने जा रहा है, जिससे लोगों को नि:शुल्क डायलिसिस की सुविधा मिलेगी।

लक्षण जो बताते हैं कि डायलिसिस की जरूरत
- जी मिचलाना, उल्टी, भूख न लगना
- पैरों और टखनों में सूजन, और खुजली
- मांसपेशियों में ऐंठन व सांस लेने में समस्या
- अत्यधिक कमजोरी आना और वजन घटाना
- रक्त में यूरिया, क्रिएटिनिन और पोटेशियम की मात्रा का बढ़ जाना
- नींद आना, बेहोशी, या गंभीरता में कोमा की स्थिति हो जाना
- किडनी विफलता के कारण दिल पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है
- फेफड़ों में पानी भर जाना
- मूत्र उत्पादन कम हो जाना (400 मिली. प्रतिदिन)
डायलिसिस रखेगा शरीर को संतुलित
शरीर से विषाक्त पदार्थों, अपशिष्ट, नमक और अतिरिक्त पानी को निकालना।
पोटेशियम, सोडियम और बाइकार्बोनेट जैसे कुछ रसायनों के संतुलन को बनाए रखना।
रक्तचाप को नियंत्रण में रखना।
 


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