धमतरी

गंगरेल बांध के पानी से जिले में 150 तालाब भरे गए, 400 तालाब भरने की प्लानिंग
06-May-2022 2:47 PM
गंगरेल बांध के पानी से जिले में 150 तालाब भरे गए, 400 तालाब भरने की प्लानिंग

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
 धमतरी, 6 मई।
शहर के खोडिय़ा तालाब, रामबाग तालाब और महिमासागर तालाब का महापौर विजय देवांगन, कलेक्टर पीएस एल्मा सहित अन्य अफसरों ने निरीक्षण किया। उन्होंने बारिश के पहले सभी तालाबों की सफाई करने अधिकारियों को निर्देश दिए है। साथ ही कलेक्टर ने रामबाग में निर्माणाधीन गौठान का निरीक्षण किया। बाउंड्रीवॉल का कार्य शेष है। इस पर कलेक्टर ने जल्द से जल्द गुणवत्तापूर्ण निर्माण कार्य को पूरा करने के निर्देश दिए। इस दौरान आयुक्त मनीष मिश्रा, आरके पद्मवार सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।

भीषण गर्मी शुरू होने से पहले ही जिले के कई तालाबों को भरने के लिए गंगरेल बांध से निस्तारी पानी छोड़ा गया। 15 अप्रैल को रूद्री बैराज से होते हुए महानदी मुख्य नहर में 3500 क्यूसेक निस्तारी पानी छोड़ा गया। निस्तारी पानी छोड़े 15 दिन होने को है। निस्तारी पानी से अब तक जिले के 150 तालाब भर चुके हैं। जिला प्रशासन से मिली जानकारी के अनुसार धमतरी के 110, कुरुद ब्लाक के 271 और जिला बालोद के 55 तालाब गंगरेल बांध से छोड़े पानी से भरा जाना था, लेकिन पानी छोडऩे के 15 दिन बाद भी कई तालाबों में पानी भरना शेष है।

बढ़ते तापमान और पानी के अधिक उपयोग से भीषण गर्मी के इस मौसम भूजल स्तर लगातार नीचे जा रहा है। धमतरी शहर के गोकुलपुर वार्ड और रूद्री में तो पानी 130 फीट से नीचे चला गया है। पानी नहीं आने से लोगों को अपने बोर की पाइप बढ़वानी पड़ रही है। गंगरेल बांध के पानी से इन दिनों धमतरी शहर के 10 तालाबों सहित जिले के 400 से अधिक तालाबों को भरा जा रहा है। उम्मीद है कि तालाबों के भरने से भूजल स्तर की गिरावट कम होगी और सुधार आएगा।

बांधों की स्थिति पर नजर
गंगरेल बांध की क्षमता 32.150 टीएमसी है। वर्तमान में यहां 21.306 टीएमसी कुल जलभराव है। इसमें से 16.235 टीएमसी पानी उपयोगी है। दुधावा बांध की कुल जलभराव क्षमता 10.19 2 टीएमसी है। यहां कुल जलभराव 1.770 टीएमसी है। इसमें से 1.610 टीएमसी पानी उपयोगी है। सोंढूर बांध की क्षमता 6.995 टीएमसी है। वर्तमान में यहां 2.549 टीएमसी जलभराव है। इसमें से 1.896 टीएमसी पानी उपयोगी है। गंगरेल बांध में 59.85 फीसद, दुधावा बांध में 16.05 फीसद और सोंढूर बांध में 29.84 फीसद जलभराव है। मुरूमसिल्ली बांध डेड स्टोरेज में चला गया है।
 


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