धमतरी

अहिंसा, संयम और तप ही धर्म है -डॉ. लक्ष्मी
16-Apr-2022 4:05 PM
अहिंसा, संयम और तप ही धर्म है -डॉ. लक्ष्मी

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नगरी, 16 अप्रैल।
महावीर जन्म कल्याण महोत्सव में मुख्य रूप से उपस्थित विधायक डॉ. लक्ष्मी ध्रुव ने कहा कि अहिंसा, संयम और तप ही धर्म है। महावीर जी कहते हैं जो धर्मात्मा है जिसके मन में सदा धर्म रहता है उसे देवता भी नमस्कार करते हैं। भगवान महावीर स्वामी ने अपने प्रवचनों में धर्म सत्य अहिंसा ब्रह्माचार्य और अपरिग्रह क्षमा पर सबसे अधिक जोर दिया। त्याग और संयम, प्रेम और करुणा, शील और सदाचार ही उनके प्रवचनों का सार था।

आगे कहा कि भगवान महावीर ने जियो और जीने दो के सिद्धांत को जन-जन तक पहुंचाया। भगवान महावीर ने सत्य को महान बताया, उनके अनुसार सत्य इस दुनिया में सबसे शक्तिशाली है और एक अच्छे इंसान को किसी भी हालत में सच का साथ नहीं छोडऩा चाहिए, एक बेहतर इंसान बनने के लिए जरूरी है कि हर परिस्थिति में सच बोलना चाहिए।

विधायक डॉ. लक्ष्मी ने अपने मद से भवन का जीर्णोद्धार के लिये 6 लाख 50 हजार रू देने की घोषणा किये।
कार्यक्रम में पूर्व विधायक अंबिका मरकाम, लखन लाल ध्रुव ,आराधना शुक्ला ,अजय नाहटा,भूषण साहू, रुद्रप्रताप नाग ,उत्तम गोलछा ,कुशाल जैन ,राजकुमार भंसाली ,जीवन नाहटा, सुरेश संचेती, प्रिंस गोलछा,प्रेमचंद नाहटा ,कमल डागा ,अजय छाजेड़ एवं सामाजिक जन उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन प्रदीप जैन ने किया।


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