‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 29 जुलाई। एमसीबी जिले के मनेंद्रगढ़ थाना क्षेत्र में एक सप्ताह पहले खून से लथपथ मिले युवक के लाश की गुत्थी को पुलिस ने सुलझा लिया है। मृतक की पत्नी के कहने पर उसके प्रेमी ने धारदार फरसा से उसकी हत्या की थी। मनेंद्रगढ़ पुलिस ने पत्नी सहित उसके प्रेमी दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
सिटी कोतवाली मनेंद्रगढ़ पुलिस ने सोमवार को अंधे कत्ल का खुलासा किया। पुलिस के अनुसार घटना दिवस 22 जुलाई को थानांतर्गत ग्राम पंचायत बिहारपुर में रोड के किनारे सरई जंगल के पास अज्ञात व्यक्ति का शव पाया गया। मृतक के गर्दन, सिर एवं गाल पर किसी धारदार हथियार से वार के निशान मिले। प्रथम दृष्टया हत्या का मामला प्रतीत होने पर बीएनएस कायम कर विवेचना में लिया गया। अज्ञात शव की पहचान हेतु ईश्तहार जारी किया गया एवं सोशल मीडिया के माध्यम से प्रचार-प्रसार किया गया।
इस बीच 25 जुलाई को उमा गुप्ता अंबिकापुर ने अपने भाई एवं देवर के साथ सिटी कोतवाली मनेंद्रगढ़ में उपस्थित होकर अज्ञात शव की पहचान अपने पति वीरेंद्र कुमार गुप्ता चरगढ़ थाना राजपुर जिला बलरामपुर हाल मुकाम ठनगनपारा मायापुर अंबिकापुर के रूप में की। अज्ञात शव की पहचान होने पर पुलिस की विशेष टीम द्वारा प्रकरण की जांच सूक्ष्मता एवं तकनीकी सहायता के माध्यम से की जाने लगी।
जांच के दौरान हत्या करने वाले का कनेक्शन अंबिकापुर से होना पाए जाने पर विशेष टीम अंबिकापुर पहुंची और संदेही विश्वनाथ चौधरी घुटरापारा अंबिकापुर को गिरफ्त में लेकर कड़ाई से पूछताछ करने पर उसने बताया कि वह मृतक वीरेंद्र गुप्ता से परिचित था तथा उसके घर आना-जाना लगा रहता था। वीरेंद्र गुप्ता वर्ष 2022 में जेल में बंद था, इस बीच उसने तथा वीरेंद्र की पत्नी उमा गुप्ता दोनों ने आपसी सहमति से बिना किसी को बताए वर्ष 2022 में मंदिर में शादी कर ली। उमा उससे हमेशा कहती कि उसका पति वीरेंद्र उसके साथ मारपीट करता है, वह अपने पति के साथ नहीं रहना चाहती है। वह पति को जल्द से जल्द रास्ते से हटाने के लिए कहती।
आरोपी ने बताया कि वह और उमा दोनों वीरेंद्र कुमार गुप्ता को जान से मारने हेतु सही समय का इंतजार करने लगे। इस बीच 21 जुलाई को वीरेंद्र ने उससे कहा कि किसी काम से जनकपुर जाना है, तुम अपनी कार को लेकर चलो। उसने कहा कि वह जनकपुर जाने के लिए तैयार हो रहा था, तभी उमा के द्वारा फोन पर बोला गया कि आज अच्छा मौका है। आज इसका काम तमाम करना देना, इस पर वह अपने घर से फरसा निकालकर अपनी गाड़ी में रख लिया तथा कुछ देर बाद हम दोनों अंबिकापुर से दिन में लगभग 2 से 3 बजे जनकपुर के लिए नकले। जनकपुर से वापसी के दौरान वह वीरेंद्र गुप्ता को अपनी गाड़ी में शराब पिलाते आ रहा था।
बिहारपुर के जंगल में वीरेंद्र ने पेशाब करने के लिए गाड़ी रूकवाया और रोड किनारे पेशाब करने लगा, इस बीच उसने अपनी गाड़ी में रखे फरसा से उसके गर्दन, सिर एवं गाल पर जोरदार प्रहार किया, जिससे उसकी मृत्यु हो गई। उसने कहा कि वारदात के बाद वह अपनी गाड़ी लेकर वहां से भाग गया और कुछ देर बाद उमा को फोन कर बताया कि काम हो गया है। इस तरह विशेष टीम की मेहनत से अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझाने में पुलिस को सफलता मिली।
मामले में पुलिस द्वारा आरोपी विश्वनाथ चौधरी शिवपुर थाना राजपुर जिला बलरामपुर-रामानुजगंज हाल मुकाम घुटरापारा मायापुर अंबिकापुर तथा उमा गुप्ता अंबिकापुर को हत्या के जुर्म में गिरफ्तार कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।